शिवसेना के 35 विधायक पार्टी नेतृत्व से नाखुश: नारायण राणे
नई दिल्ली। महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर से हलचल देखने को मिल सकती है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे ने दावा किया है कि शिवसेना के 35 अपनी पार्टी के नेतृत्व से नाखुश हैं। राणे ने दावा किया है कि ये सभी विधायक अपनी पार्टी के नेतृत्व से संतुष्ट नहीं है, जिसकी वजह से ये विधायकों में रोष है। बता दें कि नारायण राणे मौजूदा समय में भाजपा के कोटे से राज्यसभा सांसद हैं। उन्होंने इस बात का भरोसा जाहिर किया है कि प्रदेश में फिर से भाजपा की सरकार बन सकती है।
नारायण राणे ने कहा कि प्रदेश की शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस सरकार प्रदर्शन नहीं कर रही है। प्रदेश में सरकार बनाने में इन्हें पांच हफ्ते का समय लग गया। राणे ने भरोसा जताया है कि प्रदेश में एक बार फिर से भाजपा की सरकार बनेगी। प्रदेश में भाजपा के 105 विधायक हैं और शिवसेना के 56 विधायक। लेकिन 56 में से 35 विधायक अपने नेतृत्व से खुश नहीं हैं। राणे ने कहा कि महाराष्ट्र की सरकार ने वादा किया था कि वह किसानों का कर्ज माफ करेगी, लेकिन उनका यह वादा खोखला निकला। अभी तक इस कर्जमाफी को लागू करने की तारीख का ऐलान नहीं किया गया है।
उद्धव ठाकरे के औरंगाबाद दौरे पर हमला बोलते हुए राणे ने कहा कि वह वहां से बिना किसी तरह का वादा किए लौट आए। इस क्षेत्र को किसी भी तरह के फंड को देने का एलान नहीं किया गया। आखिर में हम इस सरकार से क्या अपेक्षा कर सकते हैं। इन लोगों को सरकार चलाने के बारे में कुछ पता नहीं है। इन लोगों ने सरकार बनाने में पांच हफ्ते का समय लिया, आखिर में इनसे क्या अपेक्षा की जाए। भाजपा के राज ठाकरे की पार्टी के साथ गठबंधन के बारे में राणे ने कहा कि इस बारे में पार्टी के मुखिया ही बयान देंगे।
इसे भी पढ़ें- Chhapaak के रिलीज होते ही दीपिका पादुकोण ने Twitter पर बदला अपना नाम