विधायक दल का नेता कौन? NCP के दावों पर क्या बोले विधानसभा सचिव?
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में एनसीपी नेता अजीत पवार के पार्टी लाइन से अलग जाकर बीजेपी को समर्थन देने के बाद सियासी पारा चढ़ा हुआ है। शरद पवार के नेतृत्व में सोमवार को शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस के विधायकों ने शक्ति प्रदर्शन किया था और बहुमत का दावा किया था। अजीत पवार को एनसीपी ने हटाकर जयंत पाटिल को विधायक दल का नेता चुना था। इस बीच मीडिया में खबरें आ रही हैं कि विधानसभा सचिवालय ने जयंत पाटिल को एनसीपी विधायक दल का नेता मान लिया है। अगर ऐसा हुआ तो ये अजीत पवार के लिए बड़ा झटका होगा। इसी पर विधानसभा सचिव राजेंद्र भागवत का बयान आया है।
अभी तक इस मामले पर कोई फैसला नहीं- राजेंद्र भागवत
इस पूरे मामले पर महाराष्ट्र विधानसभा के सचिव राजेंद्र भागवत ने कहा, 'सचिवालय को एनसीपी की तरफ से एक पत्र मिला है जिसमें जयंत पाटिल के विधायक दल का नेता होने का दावा किया गया है, लेकिन इसपर स्पीकर को फैसला लेना है। अभी तक इस मामले पर कोई फैसला नहीं लिया जा सका है। बता दें कि जयंत पाटिल शरद पवार के बेहद करीबी माने जाते हैं।'
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एनसीपी ने दिया है जयंत पाटिल के नाम का लेटर
वहीं, इसपर बीजेपी नेता आशीष शेल्लार का कहना है कि हमने कन्फर्म किया है, अजीत पवार सदन में एनसीपी के नेता हैं और उनका ही व्हिप मान्य होगा। बीजेपी नेता आशीष शेल्लार ने कहा कि वह अभी भी मानते हैं कि अजीत पवार ही एनसीपी के नेता हैं और वे उस आधार पर है जो चिट्ठी उन्होंने राज्यपाल को दी थी। उन्होंने कहा कि जयंत पाटिल ने जो दावा किया है वह सिर्फ एक जवाब है।
शरद पवार ने कहा- अजीत पवार के पास कोई अधिकार नहीं
सोमवार को होटल ग्रैंड हयात में एनसीपी विधायकों को संबोधित करते हुए शरद पवार ने अपने बागी भतीजे अजीत पवार को लेकर कहा कि उनके पास ना तो व्हिप जारी करने का अधिकार है और ना ही वह एनसीपी के किसी सदस्य को सस्पेंड कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि ये महाराष्ट्र है गोवा या मणिपुर नहीं है, हम बीजेपी को सबक सिखाएंगे। जबकि उद्धव ठाकरे ने भी कहा कि वे बताएंगे कि असली शिवसेना क्या है। बता दें कि एनसीपी के 54 विधायक हैं लेकिन अजीत पवार ने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली थी, इसीपर घमासान छिड़ा है।