Maharashtra Panchayat Election:भाजपा को झटका, शिवसेना की अगुआई वाला MVA काफी आगे
Maharashtra Gram Panchayat Election Results 2021:लगता है कि महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव की तरह ही बीजेपी को महाराष्ट्र ग्राम पंचायत चुनावों में भी कामयाबी नहीं मिल पा रही है। अबतक आए नतीजों से जाहिर है कि राज्य में सत्ताधारी महाराष्ट्र विकास अघाड़ी (Maha Vikas Aghadi) ही नहीं, अकेले शिवसेना (Shiv Sena) समर्थित उम्मीदवार भी बीजेपी (BJP) से काफी अंतर से बढ़त बनाए हुए है। शिवसेना की बाकी दोनों सहयोगी पार्टियां भी अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं और उन तीनों की कामयाबी को मिला दें तो बीजेपी काफी पिछड़ती हुई दिखाई पड़ रही है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र राज्य निर्वाचन आयोग ने राज्य के 34 जिलों की 14,000 से ज्यादा ग्राम पंचायतों में चुनाव करवाया है, जिनके लिए सोमवार सुबह 9 बजे से वोटों की गिनती चल रही है।
रुझानों नतीजों में सत्ताधारी गठबंधन काफी आगे
ताजा जानकारी के मुताबिक शिवसेना (Shiv Sena)समर्थित उम्मीदवार सबसे ज्यादा सीटों पर आगे चल रहे हैं। अभी तक 14,234 सीटों में से 7,426 सीटों के नतीजे या रुझान सामने आए हैं। इनमें से शिवसेना समर्थित उम्मीदवार 1,735 सीटों पर आगे हैं, जबकि भाजपा (BJP) समर्थित उम्मीदवार सिर्फ 1,601 सीटों पर ही बढ़त बना सके हैं। वहीं महाराष्ट्र की सत्ता पर काबिज महा विकास अघाड़ी (MVA) में शिवसेना की दूसरी सहयोगियों में से कांग्रेस (Congress) समर्थित उम्मीदवार 1,394 और एनसीपी (NCP) समर्थित उम्मीदवार 1,207 पंचायतों में बढ़त बनाए हुए हैं। गौरतलब है कि महाराष्ट्र में ग्राम पंचायत का चुनाव उम्मीदवार पार्टी के चुनाव चिन्ह पर नहीं लड़ते, बल्कि उन्हें राजनीतिक दलों का समर्थन प्राप्त होता है और इस तरह से अगर सत्ताधारी गठबंधन की तीनों पार्टियों के नतीजे मिला दें तो भाजपा समर्थित उम्मीदवार काफी पीछे हैं।
चुनाव नतीजों से सत्ताधारी गठबंधन गदगद
यही वजह है कि पूरे नतीजे आने से पहले ही महा विकास अघाड़ी (MVA) के नेता अभी से गदगद हो रहे हैं। राज्य के उपमुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजित पवार (deputy Chief Minister Ajit Pawar) ने कहा है कि ये परिणाम अच्छे हैं और सत्ताधारी गठबंधन के पक्ष में हैं। उन्होंने पुणे में मीडिया से कहा है कि 'जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक ग्राम पंचायत चुनावों के परिणाम अच्छे हैं और एमवीए के हक में हैं। कांग्रेस, सेना और एनसीपी के कार्यकर्ताओं ने जीत हासिल की है। ज्यादातर जगहों पर कांग्रेस, एनसीपी और सेना ने अपने-अपने गढ़ों में सीटों पर कब्जा बरकरार रखा है। ' उन्होंने दावा किया है कि ऐसा लगता है कि पिछले साल विधान परिषद चुनाव के बाद से राज्य की राजनीति तस्वीर पूरी तरह से बदल रही है। गौरतलब है कि विधान परिषद की 6 सीटों में से बीजेपी (BJP) सिर्फ 1 सीट जीती थी, बाकि सारी सीटें एमवीए के खाते में गई थी। उधर महाराष्ट्र के गृहमंत्री और एनसीपी नेता अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) ने भी इस चुनाव के परिणाम को सत्ताधारी गठबंधन के लिए बहुत बड़ी कामयाबी बताया है।
सीटों की नीलामी की भी आ चुकी है खबर
बता दें कि महाराष्ट्र के 36 जिलों में से 34 जिलों की 14,234 ग्राम पंचायतों में शुक्रवार को मतदान करवाए गए थे। महाराष्ट्र में कुल 27,920 ग्राम पंचायतें हैं। ऐसी सीटों की तादाद भी काफी ज्यादा है, जहां उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं और इसको लेकर एक बहुत बड़ा विवाद भी सामने आ चुका है। आरोपों के मुताबिक कुछ सीटों पर बोली लगी है और जिन्होंने मोटी रकम खर्च किए हैं, वह निर्विरोध चुन लिए गए हैं। चुनाव आयोग ने ऐसी दो सीटों के चुनाव रद्द भी कर दिए हैं। वहीं ठाणे (Thane) जिले के 14 गांवों ने इस चुनाव का इसलिए बहिष्कार किया है, क्योंकि उनकी मांग है कि उन्हें नवी मुंबई (Navi Mumbai) नगर निगम में शामिल किया जाए।
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