Profile of Uddhav Thackeray: फोटोग्राफी का शौक रखते हैं महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे, 40 साल खुद को रखा राजनीति से दूर
मुंबई। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के सीएम पद की शपथ ले ली है, इसी के साथ महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में नई सरकार ने कमान संभाल ली है। उद्धव ठाकरे को शिवाजी पार्क में सीएम पद की शपथ दिलाई गई। ये शपथ ग्रहण समारोह शाम 6.40 बजे के करीब हुआ। उनके साथ उनके 6 मंत्रियों ने शपथ ग्रहण किया। चलिए इसी बात पर एक नजर डालते हैं उद्धव ठाकरे के अब तक के राजनीतिक सफर पर...
उद्धव ने 40 साल खुद को रखा राजनीति से दूर
लेखक हृदय और आम तौर पर कम बोलने वाले उद्धव ठाकरे शिवसेना के मुखिया हैं जो हिंदू राष्ट्रवादी पार्टी है, जिसका गठन जून, 1966 में उनके पिता बाला साहेब ठाकरे ने किया था लेकिन जब तक बाला साहेब ठाकरे राजनीति में सक्रिय थे तब तक उद्धव राजनीतिक परिदृश्य से दूर ही दूर रहते थे, आपको जानकर हैरत होगी कि फोटोग्राफी में इंटरेस्ट रखने वाले उद्धव ने 40 साल तक खुद को पार्टी (शिवसेना) से दूर रखा लेकिन घर में अगर सियासी माहौल हो तो कोई कब तक इससे दूर रह सकता है, उद्धव ठाकरे के साथ भी कुछ ऐसा ही था, वो अप्रत्यक्ष रूप से राजनीतिक गतिविधियों में शामिल रहा करते थे और शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' के संपादन का काम किया करते थे।
चचेरे भाई राज ठाकरे से ही मिली चुनौती
हालांकि बाद में बाल ठाकरे की बढ़ती उम्र और खराब सेहत के कारण उन्होंने 2000 के बाद पार्टी के कामकाज को देखना शुरू कर दिया था, बात साल 2002 की ही जब बीएमसी चुनावों में शिवसेना ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था, जिसके बाद उद्धव की लोकप्रियता पार्टी के अंदर बढ़ी थी क्योंकि इस चुनाव की सफलता का सेहरा उन्हीं के सिर पर बांधा गया था। साल 2003 में उद्धव पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष बने लेकिन इस दौरान उन्हें अपने चचेरे भाई राज ठाकरे की चुनौती और नफरत का सामना करना पड़ा।
राज ठाकरे ने 2006 में पार्टी छोड़ दी
क्योंकि राज ठाकरे पार्टी के काफी एक्टिव पर्सन में से एक थे और बाला साहेब के काफी करीबी माने जाते थे, पार्टी के अंदर उनकी पहुंच थी और सबको लगता था कि वो ही उत्तराधिकारी होंगे लेकिन बाल ठाकरे ने अपने बेटे उद्धव को उत्तराधिकारी चुनकर पार्टी की जिम्मेदारी दे दी, जिससे आहत होकर राज ठाकरे ने 2006 में पार्टी छोड़ दी और नई पार्टी 'मनसे' का गठन किया।
दो बेटों के पिता हैं उद्धव ठाकरे
27 जुलाई, 1960 को मुंबई में जन्मे उद्धव ठाकरे के परिवार में पत्नी रश्मी ठाकरे के अलावा 2 बेटे आदित्य और तेजस हैं, उनका बड़ा बेटा आदित्य दादा और पिता की तरह राजनीति में सक्रिय है और इस बार वर्ली से जीतकर इतिहास रचा है, वो युवा संगठन युवा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं, इसके अलावा आदित्य मुंबई जिला फुटबॉल संघ के अध्यक्ष भी हैं, जबकि उद्धव के छोटे बेटे तेजस अभी अमेरिका में पढ़ाई में व्यस्त हैं और मीडिया से दूर रहते हैं।
उद्धव ठाकरे को वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी का शौक
लेखन के अलावा उद्धव ठाकरे को वाइल्ड लाइफ और नेचर फोटोग्राफी का शौक है, उन्होंने महाराष्ट्र की ऐतिहासिक जगहों को आसमान से अपने कैमरे में कैद किया है, उनकी बेहतरीन फोटोग्राफी की प्रदर्शनी फेमस जहांगीर आर्ट गैलरी सहित कई जगहों पर लगाई जा चुकी है।
'महाराष्ट्र देशा' किताब
'महाराष्ट्र देशा' नाम की एक किताब में उद्धव ठाकरे की तस्वीरें प्रकाशित हुई थीं, बता दें कि इस किताब में महाराष्ट्र के 27 बड़े किलों की फोटो को शामिल किया गया था।
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