महाराष्ट्र सरकार चलेगी पंजाब के गांव से
नई दिल्ली(विवेक शुक्ला) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणनीस, पूर्व केन्द्रीय मंत्री शरद पवार, महाराष्ट्र सरकार के बहुत से मंत्री, केन्द्रीय मंत्री नीतिन गडकरी, प्रकाश जावडेकर, शिव सेना प्रमुख उद्दधव ठाकरे कल पंजाब पहुंच जाएंगे। कहने की जरूरत नहीं है कि पंजाब के छोटे से गांव से तीन दिनों तक चलेगी महाराष्ट्र सरकार।
भगत नामदेव साहित्य सम्मेलन
ये सभी गुरुदासपुर के घुम्मन गांव में कल से शुरू होने वाले भगत नामदेव साहित्य सम्मेलन में भाग लेंगे। सम्मेलन पांच मार्च तक चलेगा। इतना बड़ा मऱाठी साहित्य सम्मेलन कभी पंजाब में नहीं हुआ है। सम्मेलन में दुनियाभर से मराठी के साहित्यकार आ रहे हैं।
महाराष्ट्र के सतारा जिले से
बता दें कि भगत नामदेव 14 वीं सदी में घुम्मन गांव में कई साल रहे। वे महाराष्ट्र के सतारा जिले से संबंध रखते थे। उनकी कई रचनाएं गुरु ग्रंथ साहिब में भी शामिल की गई हैं। इस सम्मेलन की तैयारी को मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल खुद देख रहे हैं। सम्मेलन में आने वाले सभी अतिथियों के लिए अमृतसर और घुम्मन गांव में रहने की पुख्ता व्यवस्था की गई है।
गुरुद्वारा स्थापित किया
दरअसल मऱाठी साहित्य सम्मेलन तो हर साल होता है। इस साल ये भगत नामदेव को समर्पित है। इसलिए इसे पंजाब में आयोजित किया जा रहा है। बता दें कि भगत नामदेव केनाम पर गांव घुम्मन में बकायदा गुरुद्वारा स्थापित किया गया है। जिस प्रकार मुम्बई में लाखों लोग भगत नामदेव जी के बने स्थल पर हर वर्ष जाते हैं, उसी प्रकार पंजाब में भी लोगों का घुमान में आना-जाना बढ़ रहा है। इसके बाद भी यहां पर प्राथमिक सुविधाओं की कमी है।
इस मामले में एक रिपोर्ट बनाकर केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे को भेजी गई थी। उन्होंने इस जगह को राष्ट्रीय धरोहर ऐलान करने का आश्वासन दिया है। वर्ष 2010 में शिंदे यहां आए थे तो उस समय प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत सड़कें तैयार की गई थीं लेकिन उसके बाद से सड़कों की हालत खराब हुई जो सुधारी नहीं जा रही है। मराठी के लेखक माधव जोशी ने कहा कि ये बेहद सुखद बात है कि महाराष्ट्र से बाहर भगत नामदेव के नाम पर मऱाठी सम्मेलन हो रहा है।