महाराष्ट्र: बेहतर काम करने वाले सरकारी कर्मचारी होंगे 'सुकर्मी', सरकार देगी इनाम
राज्य सरकार की जनरल ऐडमिनिस्ट्रेटिव डिपार्टमेंट ने ने एक प्रपोजल तैयार किया है जिसके मुताबिक कहा गया है कि नई समीक्षा प्रणाली बेहतर प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों को सार्वजनिक रूप से पुरस्कृत करेगी
नई दिल्ली। महाराष्ट्र की फडणवीस सरकार ने राज्य सरकार के कर्मचारियों की ग्रेडिंग के लिए एक नया प्लान बनाया है। जिसके तहत प्रदेश के कुल साढ़े सात लाख कर्मचारियों की ग्रेडिंग उनके काम और प्रदर्शन के आधार पर की जाएगी। राज्य सरकार ने इसके लिए 100 अंकों का परफॉरमेंस मार्किंग सिस्टम तैयार किया है जिसके हिसाब से कर्मचारियों का प्रदर्शन देखा जाएगा और उन्हे सम्मानित भी किया जाएगा। राज्य सरकार ऐसे कर्मचारियों को 'सुकर्मी' नाम देने का प्लान कर रही है।
नई समीक्षा प्रणाली बेहतर प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों को सार्वजनिक रूप से पुरस्कृत करेगी
राज्य सरकार की जनरल ऐडमिनिस्ट्रेटिव डिपार्टमेंट ने ने एक प्रपोजल तैयार किया है जिसके मुताबिक कहा गया है कि नई समीक्षा प्रणाली बेहतर प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों को सार्वजनिक रूप से पुरस्कृत करेगी वहीं खराब परफॉर्म करने वाले कर्मचारियों को हतोत्साहित नहीं करेगी। राज्य सरकार सभी विभागों वैसे 5 प्रतिशत कर्मचारियों की पहचान करने के लिए कहा जाएगा जा अपना काम बेहतर तरीके से कर रहे हो। सूत्रों के मुताबिक सरकार के काम में बेहतर योगदान देने के लिए कर्मचारियों को विभिन्न नकद पुरस्कार और भत्ते दिए जाएंगे।
सीएम फडणवीस ने पहले ही नई व्यवस्था को आगे बढ़ा दिया है
भारत में सरकारी कर्मचारियों के प्रदर्शन से जुड़ी यह अंकन प्रणाली शायद पहली पहल होगी। मुख्यमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने पुष्टि की है कि सीएम फडणवीस ने पहले ही नई व्यवस्था को आगे बढ़ा दिया है। वित्त विभाग के साथ भी इस मसौदे को जल्द ही राज्य मंत्रिमंडल के समक्ष रखा जाएगा। आपको बता दें कि राज्य के कर्मचारी पहले से ही सरकार के आने वाले राज्य बजट भाषण में सातवां वेतन आयोग के तहत वेतन देने की मांग कर रहे हैं।
परफॉरमेंस मार्किंग सिस्टम 360 डिग्री रैंकिंग मॉडल पर काम करेगा
इस प्लान को देवेंद्र फडणवीस सरकार आने वाले वित्त वर्ष में लागू करने पर विचार कर रही है। आपको बता दें कि 100 अंकों का परफॉरमेंस मार्किंग सिस्टम 360 डिग्री रैंकिंग मॉडल पर काम करेगा। 100 अंक में से, 60 अंकों का निर्धारण गति, समय पर पाबंदी, काम पर सावधानी आदि सहित मानदंडों को सौंपा गया है, जबकि शेष 40 अंक व्यक्तिपरक मापदंडों के लिए हैं, जैसे कि फ़ाइल नोटिंग की गुणवत्ता, अभिव्यक्ति सोचा, नीति बनाने और प्रस्तुतियों की गुणवत्ता आदि।
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