महाराष्ट्र में सरकार: भाजपा-शिवसेना पर दर्ज हो FIR,ठाणे से वोटर प्रिया की बॉम्बे हाई कोर्ट से गुहार
नई दिल्ली- महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस की अगुवाई में एक सरकार बन चुकी है, जबकि इसे बनाए रखने या इसे हटाकर दूसरी सरकार बनवाने की जद्दोजहद सुप्रीम कोर्ट में चल रही है। लेकिन, इन सियासी खींचतान के बीच मुंबई के पास ठाणे की एक वोटर प्रिया चौहान ने बॉम्बे हाई कोर्ट से इस विवाद के निपटारे के लिए एक खास गुजारिश लेकर पहुंची है।
प्रिया चौहान ने बॉम्बे हाई कोर्ट से अपील की है कि वह चुनाव पूर्व गठबंधन के तौर पर भाजपा-शिवसेना को 'जनता के आदेश' का पालन करने का निर्देश दे। इस याचिका में केंद्र और राज्य को इस बात का निर्देश देने की भी मांग की गई है कि वे चुनाव के बाद बने किसी भी गठबंधन मसलन, शिवसेना-एनसपी-कांग्रेस या भाजपा- अजित पवार गठबंधन में से किसी को मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त न करें।
सबसे दिलचस्प बात ये है कि इस याचिका में भाजपा-शिवसेना के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की भी अपील की गई है, क्योंकि ये दोनों दल मिलकर सरकार बनाने में नाकाम रहे हैं, जबकि चुनाव में मतदाताओं से इन्हें इसी के लिए जनादेश मिला था। याचिकाकर्ता के मुताबिक इन दोनों पार्टियों का ये रवैया जनता के भरोसे को तोड़ने वाला और धोखाधड़ी का है। नितिन सतपुते नाम के वकील के जरिए दर्ज याचिका में प्रिया चौहान की ओर से कहा गया है, "बीजेपी और शिवसेना दोनों ने ही मतदाताओं के भरोसे से धोखा किया है। दोनों अपना वादा निभाने में नाकाम रहे हैं और चुनाव के बाद अपना गठबंधन बदल लिया है।" याचिका पर सुनवाई अभी शुरू नहीं हुई है।
महाराष्ट्र में जारी सियासी गतिरोध के बीच ठाणे की एक महिला वोटर ने बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका देकर मांग की है कि वह चुनाव पूर्व गठबंधन को सरकार बनाने का निर्देश दे। यही नहीं याचिका में जनता के भरोसे को तोड़ने के लिए भाजपा-शिवसेना पर एफआईआर दर्ज कराने की भी मांग की गई है। इस मामले की सुनवाई अभी शुरू नहीं हुई है।