केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट में कहा- फडणवीस को 170 विधायकों का समर्थन, इनमें एनसीपी के 54
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार के शपथ ग्रहण के खिलाफ कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना की याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान केंद्र की ओर से अदालत को बताया गया कि फडणवीस को 170 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। इसमें एनसीपी के सभी 54 विधायकों का समर्थन भी शामिल है। केंद्र की तरफ से पेश हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि 170 विधायकों के समर्थन का पत्र देखने को बाद ही राज्यपाल ने फडणवीस को सरकार बनाने का न्यौता दिया।
अजित की चिट्ठी पर लिया राज्यपाल ने फैसला
केंद्र की तरफ से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि अजित पवार के गवर्नर को दिए पत्र में एनसीपी के 54 विधायकों के हस्ताक्षर हैं। अजित ने चिट्ठी में खुद को राकांपा विधायक दल का नेता बताया। ऐसे में गवर्नर को खुद को मिले पत्र की जांच करने की जरूरत नहीं थी। देवेंद्र फडणवीस को सरकार गठन के लिए बुलाने का फैसला उन्होंने सामने रखे गए इन्हीं दस्तावेजों के आधार पर लिया।
सुप्रीम कोर्ट को सौंपा पत्र
तुषार मेहता ने महाराष्ट्र गवर्नर और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का पत्र सुप्रीम कोर्ट को सौंपा, अजित पवार की चिट्ठी भी उन्होंने बेंच को सौंपी। मेहता ने कहा कि उनके पास राज्यपाल के फैसले की ओरिजिनल कॉपी मौजूद है, इसमें 54 हस्ताक्षर मौजूद हैं। मेहता ने फडणवीस के पत्र का हवाला देते हुए कहा कि जब पहले उन्हें सरकार गठन के लिए बुलाया गया, तब पास बहुमत के लिए नंबर नहीं थे। अजित पवार के समर्थन पत्र के बाद उन्हें बहुमत मिल गया। ऐसे में वो राज्यपाल के पास गए।
कोर्ट ने सुरक्षित रखा फैसला
सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस को सीएम और अजित पवार को डेप्युटी सीएम बनाने के खिलाफ कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना की याचिका पर सोमवार को फैसला सुरक्षित रख लिया, इस पर कोर्ट मंगलवार को सुबह साढ़े 10 बजे फैसला सुनाएगा। कोर्ट में आज मामले पर डेढ़ घंटे सुनवाई हुई। शिवसेना की तरफ से कपिल सिब्बल, एनसीपी और कांग्रेस की ओर से अभिषेक मनु सिंघवी, देवेंद्र फडणवीस की तरफ से मुकुल रोहतगी और केंद्र की तरफ से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने पक्ष रखा।
महाराष्ट्र की सियासत में शनिवार सुबह नाटकीय घटनाक्रम देखने को मिला। भाजपा के देवेंद्र फडणवीस ने सीएम और एनसीपी के अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ले ली। अजित पवार ने एनसीपी के विधायकों का समर्थन होने की बात कही लेकिन पार्टी प्रमुख शरद पवार ने इसको पूरी तरह खारिज कर उनको पार्टी से निकालने तक की बात कह दी है।
महाराष्ट्र: शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस ने राज्यपाल को पत्र लिखकर सरकार बनाने का दावा पेश किया