आदित्य ठाकरे को लेकर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने दिया बड़ा बयान, कहा-शिवसेना को अड़ना नहीं चाहिए
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में शिवसेना और भाजपा के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान जारी है। भाजपा जहां सीएम पद को लेकर किसी समझौते के मूड में नहीं दिख रही है तो वहीं शिवसेना ने साफ कहा है कि साझे में सरकार चलानी है तो ढाई साल के लिए सीएम पद भाजपा और ढाई साल उनके पास रहेगा तो वहीं इस मसले पर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले का भी बड़ा बयान सामने आया है।
'शिवसेना को आदित्य ठाकरे के लिए उपमुख्यमंत्री का पद स्वीकार कर लेना चाहिए'
अपनी बेबाक बयानों के लिए मशहूर अठावले ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि शिवसेना को 5 साल के लिए आदित्य ठाकरे के लिए उपमुख्यमंत्री का पद स्वीकार कर लेना चाहिए, मुझे कतई उम्मीद नहीं है कि बीजेपी ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री बनाए जाने की बात पर सहमत होगी इसलिए शिवसेना को देवेंद्र फडणवीस को ही मुख्यमंत्री बनने देना चाहिए, इसमें कोई शक नहीं एनडीए को उतनी सीटें नहीं मिलीं, जितनी कि अपेक्षा की जा रही थी, लेकिन बहुमत है। मुख्यमंत्री पद का दावा निश्चित रूप से भाजपा का ही है और इसलिए शिवसेना को अड़ना नहीं चाहिए, मैं दोनों पक्ष से बात करूंगा और मुझे लगता है कि चार-पांच दिन में इस समस्या का हल निकल जाएगा।
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अमित शाह और उद्धव ठाकरे की होगी मुलाकात
मालूम हो कि रविवार को ही शिवसेना की ओर से कहा गया है कि इस दफा सत्ता का रिमोट कंट्रोल उनके हाथ में है। ऐसी भी जानकारी सामने आई है कि 30 अक्टूबर को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की मुलाकात हो सकती है ताकि महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर रास्ता निकाला जा सके।
भगत सिंह कोश्यारी से अलग-अलग मिले दोनों दल के नेता
तो वहीं आज महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना नेता दिवाकर रावते ने राज्य के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से अलग-अलग मुलाकात की है।इसके पहले ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि देवेंद्र फडणवीस राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं।
हालांकि, राजभवन की तरफ से देवेंद्र फडणवीस और शिवेसना नेता की राज्यपाल से अलग-अलग मुलाकात को दिवाली के त्योहार पर होने वाली औपचारिक मुलाकात बताया गया है। महाराष्ट्र में चुनाव नतीजे आने के बाद बीजेपी जहां 105 सीटें जीतने में कामयाब रही तो वहीं, शिवसेना ने 56 सीटों पर कब्जा जमाया।
शिवसेना ने भाजपा से लिखित आश्वासन मांगा है
बतातें चलें कि शिवसेना ने कहा है कि साझे में सरकार चलानी है तो ढाई साल के लिए सीएम पद भाजपा और ढाई साल उनके पास रहेगा। इसके लिए उन्होंने भाजपा से लिखित आश्वासन मांगा हैं। शिवसेना इस बार आदित्य ठाकरे को सीएम बनाने की जुगत में हैं, आदित्य ठाकरे ने वर्ली विधानसभा सीट से बड़ी जीत दर्ज की है।