फडणवीस का महाराष्ट्र सरकार पर हमला, कहा- भारत रत्न के खिलाफ जांच की बात कहने वालों की हो मानसिक जांच
Devendra Fadnavis on Celebrity Tweets: नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है। गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के बाद ये मुद्दा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उठा। जिसके बाद पॉपस्टार रिहाना, क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग और पूर्व पोर्न स्टार मिया खलीफा समेत कई अंतरराष्ट्रीय हस्तियों ने इस पर टिप्पणी की। इसके बाद सचिन तेंदुलकर, लता मंगेशकर समेत कई भारतीय सेलिब्रिटी भी मैदान में उतरे और अंतरराष्ट्रीय हस्तियों को भारत के मामले में दखल ना देने की सलाह दी। अब महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने इस मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। जिस पर महाराष्ट्र की राजनीति गर्मा गई है।
Recommended Video
इस न्यूज को ट्विटर पर शेयर करते हुए महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि ये अपमानजनक है, कहां है आपकी मराठी शान? कहां है आपका महाराष्ट्र धर्म? जिन भारत रत्नों के खिलाफ आपने जांच की बात कही है, उनके जैसे आपको पूरे देश में कहीं नहीं मिलेंगे। दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा कि क्या महाराष्ट्र विकास अगाड़ी (एमवीए) सरकार ने होश खो दिया है। भारत रत्नों के लिए 'जांच' शब्द का प्रयोग करते हुए सरकार को शर्म नहीं आती। वास्तव में अब उनकी मानसिक स्थिति की जांच करना जरूरी है, जिन्होंने भारत रत्न से सम्मानित हस्तियों के खिलाफ जांच की बात कही है।
क्या
था
अनिल
देशमुख
का
बयान?
महाराष्ट्र
के
गृहमंत्री
अनिल
देशमुख
के
मुताबिक
सभी
हस्तियों
ने
एक
जैसा
ट्वीट
किया
था।
ऐसे
में
इंटेलीजेंस
एजेंसीज
इस
मामले
में
जांच
कर
पता
लगाएंगी
कि
क्या
उन
पर
कोई
दबाव
तो
नहीं
डाला
गया।
गृहमंत्री
के
इस
बयान
पर
बीजेपी
नेता
राम
कदम
ने
कहा
कि
क्या
देश
हित
में
इन
सेलेब्रिटीज
का
ट्वीट
करना
अपराध
है?
कांग्रेस,
शिवसेना
और
एनसीपी
को
माफी
मांगते
हुए
इस
फैसले
को
वापस
लेना
चाहिए।
मिया खलीफा ने प्रियंका चोपड़ा की चुप्पी पर कसा तंज, किसान आंदोलन को लेकर पूछा ये सवाल
क्या
कह
रही
कांग्रेस?
कांग्रेस
के
प्रवक्ता
सचिन
सावंत
ने
इस
मामले
में
सबसे
पहले
सवाल
उठाए
थे।
उन्होंने
कहा
कि
बॉलीवुड
और
क्रिकेट
जगत
की
हस्तियां
एक
जैसे
ट्वीट
कर
रही
हैं।
सबके
संदेश
मिलते-जुलते
हैं।
क्या
उन
पर
किसी
तरह
का
दबाव
बीजेपी
ने
डाला
था।
उनके
मुताबिक
बीजेपी
पूरी
तरह
से
अलोकतांत्रिक
तरीके
से
काम
कर
रही
है,
जो
चिंता
का
विषय
है।