Photos:विभागों के बंटवारे से पहले कुल देवी की शरण में पहुंचे थे उद्धव, पत्नी रश्मि और बेटे आदित्य भी रहे साथ
नई दिल्ली- महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर गुरुवार को पुणे जिले में स्थित अपनी कुल देवी की पूजा-अर्चना की है। परिवार से जुड़े इस बेहद निजी कार्यक्रम में उनकी पत्नी रश्मि ठाकरे और बेटे आदित्य ठाकरे भी उनके साथ थे। कुल देवी की पूजा के बाद उद्धव ठाकरे ने परिवार के साथ क्षत्रपति शिवाजी की जन्मभूमि के भी दर्शन किए हैं। 2014 में भी बीजेपी सरकार में शामिल होने का फैसला करने के बाद उद्धव शिवसेना के सभी 63 विधायकों के साथ क्षत्रपति शिवाजी के जन्म स्थान पर पहुंचे थे। खास बात ये है कि कुल देवी की पूजा के फौरन बाद ही उद्धव ने अपने मंत्रिमंडल में विभागों का बंटवारा कर दिया है।
कुल देवी एकवीरा माता के मंदिर पहुंचे उद्धव
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के परिवार की कुल देवी एकवीरा देवी का मंदिर मुंबई-पुणे के बीच लोनावला के पास कार्ला में स्थित है। 28 नवंबर को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का पद संभावलने के बाद उद्धव और उनके परिवार की यह पहली एकवीरा देवी के मंदिर की यात्रा है। ठाकरे परिवार के लिए यह बड़ा मौका है, क्योंकि पहली बार परिवार का कोई सदस्य राज्य के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठा है। इसलिए उन्होंने कुल देवी की पूजा-अर्चना करने का फैसला किया है।
मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार दर्शन
प्रदेश में महाराष्ट्र विकास अघाड़ी की अगुवाई करना उद्धव के लिए एक बड़ी चुनौती मानी जा रही है। उन्हें पहली बार कांग्रेस और एनसीपी जैसी परस्पर विरोधी विचारधाराओं वाले दलों को साथ लेकर चलना है। माना जा रहा है कि शायद इसी वजह है कि उद्धव शपथग्रहण के 15 दिनों के अंदर ही अपनी कुल देवी का दर्शन करके सफलतापूर्वक सरकार चलाने का आशीर्वाद लेने के लिए यहां पहुंचे हैं। इस दौरान उद्धव, रश्मि और आदित्य ठाकरे ने बारी-बारी से अपनी कुल देवी की पूजा-प्रार्थना की।
आदित्य ठाकरे परिवार से पहले विधायक बने हैं
इस बार एकवीरा देवी के दर्शन के लिए पहुंचना ठाकरे परिवार के लिए इसलिए भी खास है, क्योंकि पहली बार इसका कोई सदस्य चुनावी राजनीति में कूदकर विधानसभा तक पहुंचा है। गौरतलब है कि आदित्य ठाकरे मुंबई की वर्ली विधानसभा सीटे से शिवसेना के विधायक चुने गए हैं।
कुल देवी की पूजा ठाकरे परिवार के लिए बेहद खास
एकवीरा देवी का मंदिर ठाकरे परिवार के लिए हमेशा से खास रहा है और परिवार के सदस्यों को जब भी मौका मिलता है, यहां पूजा करने के लिए जरूर पहुंचते हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने परिवार वालों के साथ शिवनेरी फोर्ट की भी यात्रा की है, जो छत्रपति शिवाजी महाराज की जन्मभूमि है। यह स्थान पुणे जिले के जुनार तहसील में मौजूद है।
2014 में भी शिवनेरी फोर्ट आए थे उद्धव
शिवनेरी फोर्ट की यात्रा इससे पहले उद्धव ठाकरे ने 2014 में भी तब की थी, जब पार्टी ने बीजेपी की अगुवाई वाली सरकार में शामिल होने का फैसला किया था। तब उद्धव यहां अपने सभी 63 विधायकों को लेकर पहुंचे थे। लेकिन, उद्धव ठाकरे ने बीजेपी के बजाय एनसीपी और कांग्रेस के साथ सरकार बनाने का फैसला किया है और सत्ता की चाबी खुद अपने हाथ में रखी है।
पूजा-पाठ के बाद विभागों का बंटवारा
पूजा-पाठ के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य में विभागों का भी बंटवारा कर दिया है। इसके मुताबिक गृह,शहरी विकास और पर्यावरण मंत्रालय शिवसेना को, वित्त और ग्रामीण विकास एनसीपी को और पीडब्ल्यूडी, महिला-बाल विकास,स्वास्थ्य और आदिवासी विकास कांग्रेस के खाते में गया है। सबसे खास बात ये है कि शिवसेना-एनसीपी और कांग्रेस के बीच हुए बंटवारे में मुख्यमंत्री ने अपने पास कोई मंत्रालय नहीं रखा है।