उद्धव ठाकरे बोले- सीएए पर हमारा विरोध नहीं, एनपीआर से भी किसी को दिक्कत नहीं होगी
उद्धव ठाकरे बोले- सीएए पर हमारा विरोध नहीं, एनपीआर जनगणना जैसा, इससे किसी को दिक्कत नहीं होगी
नई दिल्ली। महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा है कि सीएए और एनपीआर को लेकर उनका विरोध नहीं है लेकिन एनआरसी वो राज्य में कतई लागू नहीं करेंगे। ठाकरे ने मंगलवार को कहा, सीएए और एनआरसी दोनों अलग हैं और एनपीआर अलग है। सीसीए लागू होने पर किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है। एनपीआर जनगणना की तरह से ही है। वहीं एनआरसी पर हमने साफ कर दिया है कि ये महाराष्ट्र में लागू नहीं किया जाएगा।
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उद्धव ठाकरे ने कहा, अगर एनआरसी लागू किया जाता है तो यह किसी एक समुदाय नहीं बल्कि सभी के लिए परेशानी का सबब बनेगा। ना केवल हिंदू और मुस्लिम बल्कि आदिवासियों को भी बहुत ज्यादा प्रभावित करेगा। केंद्र ने एनआरसी पर अभी चर्चा नहीं की है। एनपीआर जनगणना की तरह ही है, मुझे नहीं लगता कि कोई इससे प्रभावित होगा। जनगणना तो हर दस साल में होती ही है। ऐसे में एनपीआर को तो जनगणना की तरह से ही लिया जाना चाहिए। इससे घबराने की जरूरत नहीं है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इससे पहले भी एनआरसी का विरोध कर चुके हैं। हाल ही में सामना को दिए एक इंटरव्यू में उद्धव ने कहा था कि वह सीएए का समर्थन करते हैं लेकिन राज्य में एनआरसी को लागू नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि एनआरसी हिंदुओं के भी खिलाफ है। हिंदुओं को भी मुस्लिमों के साथ नागरिकता साबित करनी होगी। धर्म का इस्तेमाल करके सत्ता हासिल करना मेरा हिंदुत्व नहीं है। अगर बीजेपी एनआरसी लाती है तो इससे हिंदुओं और अन्य धर्म के लोगों को दिक्कत होगी। सभी नागरिकों को अपनी नागरिकता साबित करनी होगी। मुसलमानों ने आंदोलन किया, वे रास्ते पर उतरे। अगर यही भूमिका हिंदुओं ने अपना ली तो आप क्या करोगे?