महाराष्ट्र: BJP सरकार के दो कैबिनेट मंत्रियों का क्यों कटा टिकट ? जेपी नड्डा ने कह दी बड़ी बात
नई दिल्ली- भाजपा अबतक महाराष्ट्र की देवेंद्र फडणवीस सरकार के कार्यकाल को बेदाग बताती रही थी। लेकिन, अब खुद पार्टी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मान लिया है कि देवेंद्र फडणवीस सरकार के दो कैबिनेट मंत्रियों का टिकट भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते ही काटा गया है। यही नहीं पार्टी ने स्वीकार किया है कि इन दोनों मंत्रियों के अलावा दो और पूर्व मंत्रियों का टिकट भी उनपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते ही काटा गया है।
भारतीय जनता पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंगलवार को माना है कि फडणवीस सरकार के दो वरिष्ठ मंत्रियों विनोद तावड़े और चंद्रशेखर बावानकुले को भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते ही टिकट नहीं दिया गया है। इससे पहले पार्टी ने दावा किया था कि उनका टिकट इसलिए काटा गया है, क्योंकि बीजेपी उन्हें नई जिम्मेदारी देना चाहती है।
दरअसल, भाजपा ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में इसबार महाराष्ट्र सरकार में मंत्री विनोद तावड़े और चंद्रशेखर बावानकुले को टिकट नहीं दिया है। इसके अलावा पार्टी ने पूर्व कैबिनेट मंत्री एकनाथ खडसे और प्रकाश मेहता को भी टिकट देने से इनकार कर दिया है।
जब नड्डा से पूछा गया कि अब भाजपा ये दावा कैसे कर सकती है कि उसने पिछले पांच साल तक बेदाग सरकार चलाई है। जबकि, मंत्रियों को भ्रष्टाचार के आरोपों कारण ही टिकट नहीं दिया गया है तो नड्डा ने जवाब दिया है कि इन मंत्रियों पर हुई कार्रवाई से 'सरकार और बीजेपी की संवेदनशीलता और नीयत झलकती है।'
जब नड्डा से पूछा गया कि विजय कुमार गावित, बबन पचुपटे या विजय सिंह मोहिते पाटिल को पार्टी में क्यों शामिल किया गया, जबकि भाजपा ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के कई आरोप लगाए थे, तब नड्डा ने कहा कि भ्रष्टाचार पर बीजेपी का स्टैंड साफ है और पार्टी उसी के साथ आगे बढ़ेगी।
बता दें कि एकनाथ खडसे को एमआईडीसी लैंड डील में अनियमितता के कारण 2015 में मंत्रिमंडल से हटाया गया था। जबकि, प्रकाश मेहता को एमपी मिल कंपाउंड लैंड डील से जुड़े आरोपों के चलते 2018 में कैबिनेट से बाहर किया गया था।
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