महाराष्ट्र: सरकार बनाने पर शिवसेना-कांग्रेस और NCP में बनी सहमति, इन मलाईदार मंत्रालयों पर नजर, इन्हें मिल सकता है मंत्री पद
Recommended Video
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में सरकार बनाने का रास्ता लगभग साफ हो चुका है। शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की सरकार बनाने की पूरी तैयारी हो चुकी है। गुरुवार देर रात शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और उनके बेटे आदित्य ठाकरे ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की। वहीं माना जा रहा है कि दोनों पार्टियों के बीच -50-50 के फॉर्मूले पर सरकार बनने पर सहमति बनी है, जिसके तहत रोटेशन के तहत मुख्यमंत्री पद दोनों पार्टियों को मिलेगी। वहीं कांग्रेस ने बराबरी के मंत्रालय की शर्त रखी है।
नोटबंदी के बाद एक और बड़े फैसले की तैयारी में मोदी सरकार, जल्द हो सकता है बड़ा ऐलान
इस फॉर्मूले पर मंत्रालय का बंटवारा
शिवसेना
(Shivsena),
एनसीपी
(NCP)
और
कांग्रेस
(Congress)
के
बीच
14-14-14
मंत्रालय
बांटे
जाएंगे।
कांग्रेस-एनसीपी
की
नजर
अहम
मंत्रालयों
पर
टिकी
है।
सूत्रों
के
हवाले
से
जानकारी
मिली
है
कि
अब
तक
हुई
चर्चा
में
एनसीपी
को
गृह
मंत्रालय
और
वित्त
मंत्रालय,
कांग्रेस
को
राजस्व
मंत्रालय
और
ग्रामीण
विकास
मंत्रालय
और
शिवसेना
को
शहरी
विकास
मंत्रालय
मिल
सकता
है।
इन मलाईडार मंत्रालयों पर टिकी नजर
शिवसेना
अपने
पास
शहरी
विकास,
पीडब्लूडी,
गृह,
शिक्षा
और
ग्रामीण
विकास
मंत्रालय
रखना
चाहती
है
तो
वहीं
एन
सीपी
को
स्पीकर,
गृह,
वित्त,
पीडब्लूडी,
जल
संसाधन
और
ग्रामीण
विकास
मंत्रालय
चाहिए,
जबकि
कांग्रेस
स्पीकर,
वित्त,
ग्रामीण
विकास
और
रेवेन्यू
जैसे
मंत्रालय
चाहती
है।
आज
एनसीपी-कांग्रेस
की
अहम
बैठक
शिवसेना
के
साथ
है,
जहां
गठबंधन
की
सरकार
के
लिए
पार्टियों
के
बीच
तालमेल
बिठाया
जाएगा।
इन्हें मिल सकता है मंत्रीपद
वहीं अगर मंत्रीपद की बात करें तो कांग्रेस अपने बड़े नेताओं को महाराष्ट्र में मंत्रीपद देना चाहती है, जिसमें अशोक चव्हाण ,पृथ्वीराज चव्हाण , बाला साहब थोराट , विजय वेदेट्टीवार , विश्वजीत का नाम सबसे आगे चल रहा है। वहीं एनसीपी की ओर से जयंत पाटिल, अजीत पवार , धनंजय मुंडे , नवाब मलिक मंत्री बन सकते हैं।