महाअघाड़ी सरकार में बेहतर समन्वय के लिए बनी कोऑर्डिनेशन कमेटी
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में महाअघाड़ी की सरकार को बेहतर रूप से चलाने के लिए कैबिनेट कोऑर्डिनेशन कमेटी के गठन का फैसला लिया गया है, जिससे कि गठबंधन के सभी दलों को आपस में बेहतर समन्वय स्थापित करने में कोई समस्या नहीं हो। इस कमेटी ने कांग्रेस एनसीपी और शिवसेना के 2-2 मंत्री शामिल होंगे .ये सभी मंत्री एक दूसरे के साथ बेहतर समन्वय स्थापित करने में मदद करेंगे। इस बाबत कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री अशोक चव्हाण ने कहा कि हमारी पार्टी की ओर से हमने फैसला लिया है कि इस कमेटी में मैं और बालासाहेब थोराट शामिल होंगे।
मतभेद की खबरें
बता दें कि महाराष्ट्र में सरकार गठन के बाद अक्सर अलग-अलग नेताओं के बयान की वजह से मतभेत की खबरें सामने आ रही थी। जिस तरह से शिवसेना नेता संजय राउत ने हाल ही में सावरकर, इंदिर गांधी सहित अलग-अलग मसलों पर बयान दिया था उसके बाद कांग्रेस और शिवेसना के बीच मतभेद उभरकर सामने आया था। हालांकि विवाद बढ़ने के बाद संजय राउत ने अपने बयान पर माफी मांग ली थी और कहा था कि अगर किसी को मेरे बयान से ठेस पहुंची है तो मैं उसे वापस लेता हूं।
मंत्रियों में अनबन
शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस मंत्रियों के बीच रोज अनबन हो रही हैं। इस अनबन की खास वजह कुर्सी के रुतबें और तबज्जों को लेकर हैं। बता दें महाराष्ट्र सरकार में दिसंबर में पहला मंत्रीमंडल विस्तार के बाद से ही शिवसेना और कांग्रेस के कई विधायक मनमाफिक मंत्रीमंडल न मिलने से खफा चल रहे हैं। इतना ही नहीं कई विधायक ऐसे भी हैं जिन्हें मंत्रीपद नहीं मिला उन्होंने सीएम उद्वव से अपनी नाराज़गी भी व्यक्त कर चुके हैं। अब महाराष्ट्र सरकार में शामिल कांग्रेस के मंत्री को तीनों पार्टियों में पद तो मिल गया लेकिन उनको तबज्जों नहीं मिल रही। कांग्रेस के मंत्रियों ने आरोप लगाया है कि वे अघाड़ी सरकार में महज रबर स्टैम्प बन कर रह गए हैं।
सरकार में तवज्जो नहीं
बता दें महाराष्ट्र सरकार में शामिल कांग्रेस पाटी के मंत्री पार्टी स्तर पर लगातार शिकायत कर रहे हैं। उन्होंने शिकायत की है कि सरकार में उनकी एक भी बात को न तो अहमियत नहीं दी जा रही और ना ही कोई बात सुनी जा रही।इनता ही नहीं उन्हें जो अधिकारी दिए गए है वो भी अपनी मनमानी करते हैं उनकी एक बात को नहीं सुनते हैं। ऐसे में वो सरकार में मंत्री बन कर भी कुछ कर नहीं कर पा रहे। ऐसे में मंत्री रहकर भी वे क्या करें? इतना ही नहीं कांग्रेस के कई मंत्री अपने कार्यालय तक में बैठ नहीं पा रहे। कांग्रेस के मंत्रियों ने इसकी शिकायत आलाकमान तक से की है। बताया जा रहा है कि इस संबंध में कांग्रेस हाईकमान ने राजस्व मंत्री बालासाहेब थोरात, कैबिनेट मंत्री अशोक चव्हाण और पार्टी नेता पृथ्वीराज चव्हाण की फटकार लगाई हैं।
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