Maharashtra: आधी रात में जो हुआ है, उससे इनकी मंशा जाहिर होती है: आनंद शर्मा
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में चल रही उठापटक के बीच सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार, महाराष्ट्र सरकार, देवेंद्र फडणवीस, अजित पवार को नोटिस जारी करके कहा है कि कल सुबह 10.30 बजे तक दस्तावेज जमा कराएं। कोर्ट ने कहा कि हम सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से अपील करते हैं कि वह राज्यपाल द्वारा भाजपा को सरकार गठन के लिए दिए गए पत्र और विधायकों के समर्थन पत्र को कल सुबह 10.30 बजे तक कोर्ट में पेश करें। कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने भाजपा पर तीखा हमला बोला है।
आनंद शर्मा ने कहा कि आधी रात में जो तख्तापलट किया गया है अभूतपूर्व था। इस बात की कोई आपात जरूरत नहीं थी कि आधी रात में इस तरह का फैसला लिया जाए। इससे मंशा जाहिर होती है। सुप्रीम कोर्ट को सभी पक्षों को देखना चाहिए, अन्यथा इस तरह के कदम उठाना आदत हो जाएगी। बता दें कि महाराष्ट्र में सरकार गठन के बाद एनसीपी-शिवसेना-कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसके बाद कोर्ट ने इसपर सुनवाई करते हुए कहा कि वह कल इस मामले पर अपना फैसला सुनाएगी।
वहीं महाराष्ट्र सरकार की ओर से कोर्ट में पेश हुए मुकुल रोहतगी ने कहा कि क्या सुप्रीम कोर्ट राज्यपाल को फ्लोर टेस्ट कराने के लिए आदेश दे सकते हैं। यह याचिका बिनाअनुलग्नक के दाखिल की गई है, इन लोगों को कुछ पता ही नहीं है, ये लोग तीन हफ्ते से सो रहे थे। ये लोग जो कह रहे हैं उसका उनके पास कोई दस्तावेज नहीं है। रोहतगी ने कहा कि कोर्ट को आज फैसला देने की कोई जरूरत नहीं है। राज्यपाल के फैसले में कुछ भी गैरकानूनी नहीं है। फ्लोर टेस्ट की तारीख तय करने के लिए कोर्ट को आदेश नहीं देना चाहिए। इन तीनों ही दलों के पास इसका मौलिक अधिकार नहीं है।
इसे भी पढ़ें- Maharashtra: एनसीपी के 3 लापता विधायकों ने शरद पवार को समर्थन का किया ऐलान