शिवसेना के सांसद ने मोदी सरकार से दिया इस्तीफा, जानिए क्या कहा नीतीश कुमार ने
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में सियासी उठापटक का दौर लगातार जारी है। कई दशकों से भाजपा की साथी रही शिवसेना ने भाजपा के साथ दूरी बनानी शुरू कर दी है। पहले शिवसेना ने जहां मुख्यमंत्री की मांग के चलते भाजपा के साथ सरकार बनाने से इनकार कर दिया तो अब पार्टी के सांसद ने केंद्र सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि शिवसेना एनडीए से भी अलग होने का ऐलान कर सकती है। इस बदलते राजनीतिक माहौल में एनडीए के अन्य सहयोगियों पर भी निगाह टिकी है कि क्या वो शिवसेना के इस फैसले के बाद अपने रुख में कुछ बदलाव करेंगे।
नीतीश ने झाड़ा पल्ला
शिवसेना के बागी तेवर के बाद जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस बाबत पूछा गया तो उन्होंने इस पूरे मामले से अपना पल्ला छाड़ लिया। नीतीश कुमार ने इस मामले पर कहा कि वो जाने भाई, इसमे हमको क्या मतलब है। नीतीश कुमार ने जिस तरह से महाराष्ट्र में शिवसेना और भाजपा के बीच की दूरी पर कुछ भी कहने से इनकार किया है, उससे साफ है कि वह इस पूरे विवाद में पड़ना नहीं चाहते हैं और खुद को इस प्रकरण से दूर रखना चाहते हैं।
शिवसेना के पास सरकार बनाने का न्योता
बता दें कि महाराष्ट्र में सबसे बड़े दल भाजपा को प्रदेश के राज्यपाल ने सरकार बनाने का न्योता दिया था, लेकिन भाजपा ने यह कहते हुए सरकार बनाने से इनकार कर दिया कि उसके पास संख्याबल नहीं है। जिसके बाद राज्यपाल ने दूसरे सबसे बड़े दल शिवसेना को सरकार बनाने का न्योता दिया है। शिवसेना प्रदेश में सरकार बनाने के लिए एनसीपी और कांग्रेस के संपर्क में है। हालांकि एनसीपी ने शिवसेना को समर्थन देने से पहले शर्त रख दी है।
एनसीपी ने रखी थी शर्त
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि एनसीपी को शिवसेना की ओर से किसी भी तरह का प्रस्ताव सरकार के गठन के लिए समर्थन देने को लेकर नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि जबतक शिवसेना एनडीए गठबंधन से अलग नहीं होती है, हम इंतजार करेंगे और प्रदेश के घटनाक्रम पर नजर बनाए रखेंगे। मलिक ने कहा कि अगर शिवसेना प्रस्ताव लेकर आती है तो उसके लिए कुछ शर्ते हैं। पहला उन्हें केंद्र सरकार से अलग होना होगा और शिवसेना के मंत्री को केंद्र सरकार से इस्तीफा देना होगा, दूसरा एनडीए के साथ गठबंधन को खत्म करके भाजपा से पूरी तरह से अपने रिश्ते खत्म करने होंगे। नवाब मलिक के इस बयान के बाद शिवसेना के सांसद ने केंद्र सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है।