महाराष्ट्र में कोरोना का तांडव जारी, बीते 24 घंटे में 105 लोगों की मौत
नई दिल्ली। तमाम कोशिशों के बावजदू भारत में कोरोना के मरीज बढ़ते ही जा रहे हैं, देश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या डेढ़ लाख को पार कर गई है, पर एक्टिव केस 80 हजार से ज्यादा हैं, अब तक 4400 से ज्यादा लोगों की जान भी जा चुकी है, हालांकि ठीक होने वाले मरीजों की दर भी बढ़कर 42.45 फीसदी हो गई है और अब तक करीब 65 हजार लोग स्वस्थ हुए हैं पर बुधवार को महाराष्ट्र में 105 लोगों की मौत हो गई है, देश के किसी भी राज्य में एक दिन में कोरोना से सौ से ज्यादा मौतें पहली बार हुई हैं।
मालूम हो कि कोरोना से सबसे ज्यादा महाराष्ट्र त्रस्त है, बीते 24 घंटे में यहां कोरोना के 2190 नए मामले भी सामने आए हैं, महाराष्ट्र में कोरोना से अब तक 1897 लोगों की मौत हो चुकी है तो वहीं राज्य में मरीजों की संख्या 56 हजार 998 हो गई है, इसमें से 37 हजार 125 एक्टिव केस हैं और 17 हजार 918 मरीज इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं।
मृत्यु दर में आई गिरावट
हालांकि राहत की बात ये है कि यहां पर अब कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 14 दिनों में दोगुनी हो रही है। इससे पहले ये अवधि तीन दिन थी। इसके साथ ही राज्य में मृत्यु दर में भी कमी देखी गई है। पहले ये दर अप्रैल माह में 7.6 फीसदी थी, जो अब कम होकर 3.25 फीसदी हो गई है। इस बात की जानकारी मंगलवार को मुख्य सचिव अजय मेहता ने अपनी ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी थी।
मुख्य सचिव अजय मेहता ने दी अहम जानकारी
मेहता ने पत्रकारों से कहा, 'मामले दोगुने होने की समय अवधि बढ़ाने में सफलता मिली है। पहले कोविड-19 के मरीज तीन दिन में दोगुने हो रहे थे, ये समय अवधि अब 14 दिन हो गई है, महाराष्ट्र में जांच की संख्या बढ़ा दी गई है। वर्तमान में राज्य में 72 लैब काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में 16,000 निगरानी दल हैं और अब तक 66 लाख लोगों का सर्वेक्षण किया जा चुका है। मेहता ने ये दावा भी किया कि सरकार कोरोना वायरस ट्रांसमिशन की चेन को तोड़ने के लिए कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग पर अधिक जोर दे रही है।
पूरा विश्व लड़ रहा हो कोरोना वायरस से
गौरतलब है कि जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार दुनिया भर में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 5,635,943 हो गई है. अब तक तीन लाख, 52 हज़ार 235 लोगों की मौत हुई है, बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 11 मार्च को कोरोना वायरस को वैश्विक महामारी घोषित किया था।
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