महंत परमहंस दास बैठे अनशन पर, मोहन भागवत को मंदिर ट्रस्ट का संरक्षक बनाने की मांग
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नई दिल्ली। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए केंद्र सरकार की ओर से ट्रस्ट के नाम का एलान कर दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को इस ट्रस्ट के नाम का एलान किया। मंदिर निर्माण के लिए पीएम मोदी ने श्री रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के गठन का एलान किया। लेकिन इस ट्रस्ट के संरक्षक और परमाध्यक्ष बनाने की मांग को लेकर अयोध्या की तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास अनशन पर बैठ गए हैं। उनकी मांग है कि मोहन भागवत को मंदिर ट्रस्ट का संरक्षक और परमाध्यक्ष बनाया जाए।
अनशन पर बैठे
महंत परमहंस दास अपनी मांग को लेकर अनशन पर बैठ गए हैं और उन्होंने अन्न व जल त्याग दिया है। परमहंस दास उत्तर प्रदेश के चंदौली में बुधवार को अनशन पर बैठ गए हैं। उनका कहना है कि जबतक संघ प्रमुख को ट्रस्ट का संरक्षक नहीं बनाया जाता है तबतक वह अपना अनशन जारी रखेंगे। दरअसल परमहंस दास प्रयागराज में माघ माह में संगम स्नान के लिए अयोध्या आए थे। जिसके बाद वह वाराणसी पहुंचे और गंगा स्नान किया। गंगा स्नान के बाद परमहंस दास चंदौली पहुंचे और यहां बिलारीडीह मंदिर पहुंचे। जब उन्हें इस बात की जानकारी मिली की पीएम मोदी ने मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट का गठन कर दिया है तो परमहंस दास अपनी मांग को लेकर अनशन पर बैठ गए।
पीएम मोदी को कहा शुक्रिया
परमहंस दास ने तय समय सीमा के भीतर मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट के गठन को लेकर पीएम मोदी का शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने कहा कि नृत्य गोपालदास जैसे लोगों को सरकार ने ट्रस्ट में जगह नहीं दी, यह अच्छा कदम है क्योंकि इन लोगों ने कई साल तक राम मंदिर के नाम पर लोगों को लूटा है। गौरतलब है कि परमहंस दास पर हमला हुआ था। बता दें कि मंदिर निर्माण ट्रस्ट की कमान सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील के परसरन को दी गई है।
ये लोग हो सकते हैं ट्रस्ट में
राम मंदिर निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ट्रस्ट के गठन की सूचना दी। पीएम मोदी के एलान के बाद गृहमंत्री अमित शाह ट्वीट करके कहा कि इस ट्रस्ट में कुल 15 लोग होंगे, जिसमे एक दलित सदस्य भी शामिल होगा। सूत्रों की मानें तो गृह मंत्रालय ट्रस्ट में सरकार के दो वरिष्ठ अधिकारियों को शामिल कर सकता है, जिसमे एक ज्वाइंट सेक्रेटरी स्तर का अधिकारी और दूसरा अयोध्या के डीएम हो सकते हैं। वीएचपी के एक सूत्र के अनुसार ट्रस्ट में स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती, ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य, पीजावर मठ के विश्व तीर्थ, वेद विद्या प्रतिष्ठान के स्वामी गोविंद देव गिरी महाराज शामिल हो सकते हैं।