लॉकडाउन में मुश्किल से गुजारा कर रहे हैं महाभारत अभिनेता सतीश कौल, इंडस्ट्री से मदद की अपील की
नई दिल्ली। बॉलीवुड से लेकर पंजाबी फिल्मों और टेलीविजन में काम करने वाले अभिनेता सतीश कौल देशव्यापी लॉकडाउन से काफी प्रभावित हुए हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत में 65 साल के सतीश कौल ने कहा है कि पहले वह वृद्धाश्रम में रहा करते थे। लेकिन अब वह किराए के घर में रह रहे हैं। उन्होंने कहा, 'मैं लुधियाना में किराए की छोटी सी जगह में रह रहा हूं। पहले में वृद्धाश्रम में रहता था लेकिन सत्या देवी के साथ यहां आ गया। मेरी सेहत अब ठीक है। लेकिन लॉकडाउन से स्थिति और भी खराब हो गई है।'
इंडस्ट्री के लोगों से मदद की अपील की
बता दें खुद को सतीश कौल का फैन बताने वाली सत्या देवी बीते कई सालों से उनकी देखभाल कर रही हैं। जब ऐसी रिपोर्ट आईं कि सतीश कौल पंजाब के लुधियाना में एक वृद्धाश्रम में रह रहे हैं, उसके बाद पीटीआई की ओर से उनका बयान आया। कौल की पहचान बीआर चोपड़ा की महाभारत में भगवान इंद्र के तौर पर भी होती है। उन्होंने इस सीरियल में देवराज इंद्र का किरदार निभाया था। उन्होंने एजेंसी से कहा, 'मुझे दवाई, घर का सामान और जरूरत की बाकी चीजों को लेकर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मैं इंडस्ट्री के लोगों से मदद करने की अपील करता हूं। मुझे एक अभिनेता के तौर पर काफी प्यार मिला है, मुझे एक इंसान के तौर पर जरूरत के लिए थोड़े ध्यान की जरूरत है।'
2011 में एक्टिंग स्कूल की शुरुआत की
रिपोर्ट के अनुसार, सतीश कौल ने मुंबई से पंजाब आने के बाद लुधियाना में साल 2011 में एक एक्टिंग स्कूल की शुरुआत की थी। जिसमें उन्हें ज्यादा सफलता नहीं मिली। हालांकि कई रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि उसके बाद वह पटियाला के एक विश्वविद्यालय में काम करने लगे थे। अपने एक्टिंग स्कूल के बारे में सतीश ने कहा, 'जो भी काम मैं कर रहा था वह 2015 में मेरी हिप बोन में फ्रैक्टर आने के बाद प्रभावित होने लगा। मैं ढ़ाई साल तक अस्पताल के बेड पर था। फिर मैं वृद्धाश्रम गया, जहां मैं दो साल तक रहा।'
अभिनय करने के लिए तैयार हैं सतीश कौल
मशहूर अभिनेता के तौर पर अपने पुराने दिनों को याद करते हुए सतीश कौल ने कहा कि वह अभिनेता के तौर पर अपने करियार को दोबारा शुरू करने के लिए तैयार हैं। उनका कहना है, 'ठीक है, अगर वो मुझे भूल गए हैं। मुझे बहुत सारा प्यार मिला है और मैं इसका आभारी हूं। मैं इसके लिए हमेशा दर्शकों का ऋणी रहूंगा। फिलहाल मेरी इच्छा है कि मैं अपनी खुद की एक अच्छी जगह खरदीने में सक्षम बनूं, जहां मैं रह सकूं। अभिनय की आग मुझमें अभी भी जीवित है। वो अभी खत्म नहीं हुई है। काश कोई मुझे आज भी कोई रोल देता, कोई भूमिका देता, और मैं उसे कर लेता। मैं फिर से अभिनय करने के लिए व्याकुल हूं।'
300 से ज्यादा फिल्मों में काम किया
बता दें सतीश कौल ने हिंदी और पंजाबी की 300 से अधिक फिल्मों में काम किया है। वह कई बॉलीवुड फिल्मों में दिखाई दिए हैं, जिनमें प्यार तो होना ही था, आंटी नंबर 1, जंजीर, याराना और राम लखन शामिल हैं। टेलीविजन की बात करें तो वह महाभारत के अलावा टीवी शो विक्रम और बेताल में भी दिखाई दिए थे। सतीश कौल को साल 2011 में पीटीसी पंजाबी फिल्म अवार्ड्स में लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया था।
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