लखनऊ: CAA के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल होने जा रहे मैग्सेसे पुरस्कार विजेता गिरफ्तार
लखनऊ। संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता पंजीकरण(एनआरसी) के खिलाफ सोमवार को अपनी पदयात्रा से सम्बन्धित पर्चे बांट रहे रेमन मैग्सेसे पुरस्कार विजेता सामाजिक कार्यकर्ता संदीप पाण्डेय समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। संदीप पाण्यडे को लखनऊ पुलिस ने गिरफ्तार किया है। सभी लोगों को ठाकुरगंज थाने लाया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जिस समय संदीप पांडेय को गिरफ्तार किया गया। उस समय वे अपने साथियों के साथ घंटाघर के आसपास के लोगों के बीच पर्चे बांट रहे थे।
रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को संदीप पांडेय और उनके सहयोगी घंटाघर तक पहुंचे थे और वे सीएए के खिलाफ एक अन्य प्रदर्शन स्थल गोमती नगर इलाके के उजरियांव की तरफ जुलूस निकालने की योजना बना रहे थे। ठाकुरगंज के थाना प्रभारी प्रमोद कुमार ने कहा कि उन्हें शांति भंग करने की आशंका में धारा 151 के तहत गिरफ्तार किया गया है। एसएचओ ने कहा कि पाण्डेय और उनके साथी सीएए विरोधी पर्चे भी बांट रहे थे।
बता दें कि सीएए के खिलाफ लखनऊ के चौक इलाके के घंटाघर पर पिछले एक महीने से आंदोलन चल रहा है। शहर के उजरियांव इलाके में एक दूसरा प्रदर्शन चल रहा है। संदीप अपने साथियों के साथ घंटाघर से उजरियांव तक पैदल मार्च निकालना चाहते थे। जिसके लिए वे पर्चे बांट रहे थे। लेकिन, इसी बीच पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। हालांकि कि उन्हें जल्द रिहा किए जाने का बात कही जा रही है।
बता दें कि, पिछले महीने भी पुलिस ने वीर सावरकर के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने के मामले में संदीप पांडेय के खिलाफ केस दर्ज किया था। इससे पहले संदीप पांडेय ने अगस्त में कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाने के खिलाफ हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा पर कैंडल मार्च निकालने का ऐलान किया था। इसके बाद पुलिस ने कथित तौर पर घर में नजरबंद कर दिया था।
#SandeepPandey , Lucknow based activist and #Magsaysay award winner, arrested by @lkopolice when he was trying to take out an anti - #CAA march in the city . cops say it is a ‘technical arrest’ and that he will be released soon ! pic.twitter.com/EMDL14JRmI
— Alok Pandey (@alok_pandey) February 17, 2020
RTI से मांगी तेजस ट्रेन की कमाई की जानकारी, IRCTC ने बताने से किया इनकार