मिजोरम के चम्फाई में महसूस किया गया 4.6 तीव्रता वाला भूकंप, दहशत में लोग
नई दिल्ली। भारत में भूकंप के झटकों का सिलसिला लगातार जारी है। शुक्रवार को दोपहर 2 बजकर 35 मिनट पर मिजोरम में चम्फाई के पास लोगों ने भूकंप के तेज झटके महसूस किए हैं। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 4.6 मापी गई है, झटके इतने तेज थे कि कई लोगों के घरों में दरारे भी आ गई हैं। हालांकि अभी किसी भी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है, वैज्ञानिक भूकंप के केंद्र का पता लगाने में जुट गए हैं।
बता दें कि उत्तर भारत के साथ-साथ पिछले कुछ महीनों से नॉर्थ ईस्ट भारत में भी भूकंप का सिलसिला जारी है। मिजोरम, मेघालय और त्रिपुरा सहित कई राज्यों में भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं। 25 जून को मिजोरम और नागालैंड में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। ये झटके मिजोरम के चंफाई में रात तकरीबन 1.14 बजे महसूस किए गए थे। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.5 मापी गई थी। वहीं नागालैंड में रात 3.03 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। यहां भूकंप की तीव्रता 3.8 थी। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी की ओर से बताया गया कि यहां भूकंप का केंद्र नॉर्थ- नॉर्थवेस्ट वोखा से 9 किलोमीटर दूर था।
जम्मू-कश्मीर
और
लद्दाख
में
भूकंप
बता
दें
कि
भारत
के
केंद्र
शासित
प्रदेश
लद्दाख
में
गुरुवार
को
आए
4.5
तीव्रता
वाले
भूकंप
के
झटके
के
1
घंटे
के
भीतर
ही
अब
जम्मू
और
कश्मीर
में
कटरा
शहर
के
पास
धरती
कांपी
थी।
भूकंप
के
झटके
गुरुवार
दोपहर
2.02
बजे
महसूस
किए
गए,
इसकी
तीव्रता
रिक्टर
स्केल
पर
3.6
मापी
गई
थी।
क्यों
आते
हैं
भूकंप
दरअसल
भूकंप
तब
आता
है
जब
धरती
के
अंदर
प्ल्टेस
टकराती
हैं।
धरती
के
भीतर
7
प्लेट्स
होती
हैं
जो
लगातार
घूम
रही
हैं।
जब
ये
प्लेटें
किसी
जगह
पर
आपस
में
टकराती
हैं,
जिसकी
वजह
से
वहां
फॉल्ट
लाइन
जोन
बन
जाता
है
और
सतह
के
कोने
मुड़
जाते
हैं।
सतह
के
कोने
मुड़ने
की
वजह
से
वहां
प्रेशर
बनता
है
और
प्लेट्स
टूटने
लगती
हैं।
इन
प्लेट्स
के
टूटने
से
अंदर
की
एनर्जी
बाहर
आने
का
रास्ता
खोजती
है,
जिसकी
वजह
से
धरती
हिलती
है
और
हम
इसे
भूकंप
मानते
हैं।
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