राजस्थान: बीकानेर में भूकंप के झटके, मची अफरा-तफरी
बीकानेर। राजस्थान के बीकानेर में रविवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.5 दर्ज की गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सुबह 10.36 मिनट पर यह झटका महसूस किया गया, भूकंप के कारण जान माल के किसी नुकसान की खबर नहीं है लेकिन भूकंप के झटके के बाद स्थानीय लोगों में अफरातफरी की स्थिति पैदा हो गई। इस दौरान घरों से लोग बाहर निकल आए, फिलहाल स्थिति नियंत्रण में हैं।
भूकंप एक प्राकृतिक आपदा है
आम तौर पर जब भी कहीं बड़ा भूकंप आता है, तो लोग धड़ा-धड़ इंटरनेट पर सर्च करने लगते हैं, "भूकंप के दौरान क्या करें क्या न करें"। लेकिन क्या आपने सोचा है कि भूकंप के पहले आपको क्या करना चाहिये। शायद नहीं, क्योंकि भूकंप एक ऐसी प्राकृतिक आपदा है, जिसके आने की सूचना हमें पहले से नहीं होती है। भूकंप को लेकर वैज्ञानिक अब तक सटीक अनुमान नहीं लगा पाये हैं।
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जब भूकंप आए तो क्या करें और क्या ना करें...
खैर बेहतर होगा कि हम पहले से ऐसी तैयारी रखें या फिर घर में ऐसे इंतजाम रखें कि अगर कभी भूकंप आये, तो हम आसानी से उसका मुकाबला कर सकें। और अगर आप ऐसे सीज़मिक जोन में रहते हैं, जहां भूकंप आने की आशंका हमेशा बनी रहती है, तो इन टिप्स को आप जरूर फॉलो करें।
तो ये हैं टिप्स...
- छत तथा नींव के पलास्तर में पड़ी दरारों की मरम्मत कराएं। यदि कोई संरचनात्मक कमी का संकेत हो तो विषेशज्ञ की सलाह लें।
- सीलिंग में ऊपरी (ओवरहेड) लाइटिंग फिक्सचर्स (झूमर आदि) को सही तरह से टांगें।
- भवन निर्माण मानकों हेतु पक्के इलाके में प्रासंगिक बीआईएस संहिताओं का पालन करें।
- दीवारों पर लगे शेल्फों को सावधानी से कसें।
- नीचे के शेल्फों में बड़ी अथवा भारी वस्तुओं को रखें। भारी वस्तुओं को ऊपर कतई मत रखें।
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आपातकालीन टेलीफोन नंबरों को याद रखें
- घर के अंदर तथा बाहर सुरक्षित स्थानों को तलाश कर रखें। यदि भूकंप आये, तो आप सीधे उसी स्थान पर जायें।
- कुछ सुरक्षित स्थान- मजबूत खाने की मेज, बिस्तर के नीचे। किसी भीतरी दीवार के साथ।
- उस जगह से दूर जाना जहां खिड़की, शीषे, तस्वीरों से कांच गिरकर टूट सकता हो अथवा जहां किताबों के भारी शेल्फ अथवा भारी फर्नीचर नीचे गिर सकता हो।
- खुले क्षेत्र में बिल्डिंग, पेड़ों, टेलीफोन, बिजली की लाइनों, फ्लाईओवरों तथा पुलों से दूर रहें।
- आपातकालीन टेलीफोन नंबरों को याद रखें (जैसे डाक्टरों, अस्पतालों, पुलिस आदि के टेलीफोन नंबर)।
- परिवार के सदस्यों को भूकंप के बारे में जानकारी दें।