जयललिता को भारत रत्न दिलाने वाली याचिका मद्रास हाइकोर्ट ने की खारिज
कैबिनेट ने जयललिता को भारत रत्न दिलवाने की सिफारिश की। इतना ही नहीं तमिल कैबिनेट मंत्रियों की ये भी मांग है कि संसद कॉम्प्लेक्स में जयललिता का पीतल का पुतला भी बनाया जाए।
तमिलनाडु। एआइडीएमके पार्टी की दिवंगत प्रमुख और तमिलनाडु की मुख्यमंत्री रह चुकी जयललिता को भारत रत्न देने के लिए डाली गई याचिका रद्द कर दी गई। मद्रास हाइकोर्ट ने आज ही याचिका रद्द की है। याचिका को रद्द करते हुए कोर्ट ने कहा कि वे सरकार को इस बारे में कोई निर्देश नहीं दे सकते है। तमिलनाडु की कैबिनेट ने दिसंबर में जयललिता को भारत रत्न देने की सिफारिश की थी।
गौरतलब है कि पिछले साल तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय जयललिता का भारी बीमारी के चलते निधन हो गया था। ऐसे में उनकी मृत्यु पश्चात तमिल कैबिनेट ने जयललिता को भारत रत्न दिलवाने की सिफारिश की थी। इतना ही नहीं तमिल कैबिनेट मंत्रियों की ये भी मांग थी कि संसद कॉम्प्लेक्स में जयललिता का पीतल पुतला भी बनाया जाए।
उल्लेखनीय है कि तमिल कैबिनेट ने एक प्रस्ताव पास किया है जिसमें जयललिता के लिए मेमोरियल बनाने की बात कही गई है। इस मेमोरियल मे लगने वाली लागत का अनुमान करीब 15 करोड़ रुपये बताया जा रहा है। वहीं, इस मेमोरियल का नाम पुरात्ची थालेवर एमजीआर मेमोरियल से बदल कर पुरात्ची थालेवर एमजीआर और पुरात्ची थालेवी अम्मा जयललिता सेल्वी मेमोरियल रखने की भी बात चल रही है।
वहीं, जयललिता के निधन के बाद शशिकला को एआइडीएमके का महासचिव बनाया गया है। ऐसे में शशिकला ने भी पीएम नरेंद्र मोदी से जयललिता के स्मारक सिक्के बनाने का आग्रह किया है और साथ ही पुरात्ची थालेवर एमजीआर की जन्म शताब्दी पर विशेष डाक टिकट जारी करने की भी सिफारिश की है।