मध्य प्रदेश चुनाव: पूर्व सीएम बाबूलाल गौर की बहू आई सामने, टिकट को लेकर कही बड़ी बात
भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियों में जुटी सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी लगातार खास रणनीति बनाने में जुटी हुई है। हालांकि बीजेपी की ओर से उम्मीदवारों की दो सूची सामने आने के बाद से ही पार्टी के अंदर कई दिग्गज नेताओं के बगावती सुर देखने को मिल रहे हैं। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर का भी नाम सामने आया है। जानकारी के मुताबिक बाबूलाल गौर भोपाल की गोविंदपुरा सीट से उम्मीदवारी के लिए अड़े हुए हैं। ये सीट उनकी परंपरागत सीट मानी जाती है। बाबूलाल गौर की बहू कृष्णा गौर भी सीट की डिमांड कर रही हैं। दोनों नेताओं की ओर से टिकट की दावेदारी के बीच खबर ये भी आई कि उन्होंने पार्टी आलाकमान पर दबाव बनाने के लिए निर्दलीय चुनाव लड़ने की भी बात कही गई। आलाकमान पर प्रेशर पॉलिटिक्स की रणनीति अपनाने के बाद अब दोनों नेताओं के सुर बदले नजर आ रहे हैं। पूरे मामले पर बाबूलाल गौर की बहू कृष्णा गौर सामने आई और टिकट की दावेदारी पर अपना पक्ष रखा।
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कृष्णा गौर बोलीं- मुझे पार्टी पर पूरा भरोसा
टिकट की दावेदारी कर रही कृष्णा गौर ने कहा कि सूची का हमें इंतजार है, मुझे अपनी पार्टी- अपने संगठन पर पूरा भरोसा है। मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया है कि पार्टी अच्छा फैसला लेगी, हम पार्टी के अनुशासित कार्यकर्ता हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह का कोई असमंजस की स्थिति नहीं है, जिन सीटों का ऐलान बाकी है, उनके साथ गोविंदपुरा सीट का भी ऐलान होगा।
'हमारी सेवा को देखते हुए पार्टी उचित निर्णय करेगी'
निर्दलीय चुनाव लड़ने की खबरों पर कृष्णा गौर ने कहा कि ऐसा बिल्कुल नहीं है, निर्दलीय चुनाव लड़ने जैसी कोई बात नहीं है। हम उम्मीदवारों की सूची का इंतजार कर रहे हैं। हमें संगठन पर भरोसा है, मुख्यमंत्री पर भरोसा है। हमारी सेवा को देखते हुए पार्टी उचित निर्णय करेगी इस पर हमें पूरा विश्वास है। कृष्णा गौर के साथ-साथ पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर का भी बयान आया है, उन्होंने भी कहा कि मुझे पक्का विश्वास है कि पार्टी मुझे ही टिकट देगी।
बाबूलाल गौर और कृष्णा गौर के नाराजगी की आई थीं खबरें
इससे पहले बाबूलाल गौर का बयान सामने आया था जिसमें उन्होंने कहा था कि ये तो मेरा अपमान है, पार्टी ने मेरा सीएम पद छीना, फिर मंत्री पद और अब टिकट भी नहीं दे रही है। हालांकि अब बाबूलाल गौर ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद ये कहकर गए हैं बाबूलाल गौर एक बार और... अभी पार्टी ने उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। उन्होंने कहा कि मैं निर्दलीय नहीं बल्कि बीजेपी से चुनाव लड़ूंगा। मैंने अभी तक फॉर्म नहीं भरा है।
गोविंदपुरा सीट से 10 बार से विधायक हैं बाबूलाल गौर
बता दें कि बाबूलाल गौर भोपाल की गोविंदपुरा सीट से 10 बार से विधायक हैं। 89 साल के बाबूलाल गौर ने पहला चुनाव 1974 में भोपाल दक्षिण सीट से लड़ा था। उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर जीत दर्ज की थी। इसके बाद 1977 में गोविंदपुरा सीट को चुना और जीत दर्ज की। तब से वे इस सीट पर लगातार 10 बार से जीतते आ रहे हैं। 23 अगस्त 2004 से 29 नवंबर 2005 तक बाबूलाल गौर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रहे।
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