कमलनाथ बोले, वंदे मातरम गाने के फैसले को नए रूप से करेंगे लागू
भोपाल। मध्य प्रदेश में राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम को लेकर मचा राजनीतिक बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब इस मामले पर सीएम कमलनाथ ने सफाई देते हुए कहा कि, इस मामले में वह आज या कल ने नई घोषणा करने वाले हैं। दरअसल मुख्यमंत्री कमलनाथ के एक जनवरी से मंत्रालय में वंदेमातरमगान की अनिवार्यता को बंद कर दिया है। जिसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान में कमलनाथ पर निशाना साधा था।
बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि, वह वंदे मातरम को एक नया रूप देंगे और इसे गाने के फैसले को नए तरीके से लागू करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसकी घोषणा आज या कल में हो जाएगी। कमलनाथ ने कहा था कि यह निर्णय ना किसी एजेंडे के तहत लिया गया है और ना ही हमारा वंदेमातरम गान को लेकर कोई विरोध है।
उन्होंने कहा था कि वंदेमातरम हमारे दिल की गहराइयों में बसा है। हम भी समय-समय पर इसका गान करते है। उन्होंने कहा कि इसे वापस प्रारंभ करेंगे, लेकिन एक अलग रूप में। उन्होंने कहा कि हमारा यह भी मानना है कि सिर्फ एक दिन वंदेमातरम गाने से किसी की देशभक्ति या राष्ट्रीयता परिलिक्षित नहीं होती है।
बता दें कि, राज्य के सभी मंत्रालयों में करीब 13 साल से हर महीने के पहले कामकाजी दिन वंदे मातरम गाने की परंपरा चल रही थी। जिसे राज्य की कांग्रेस नेतृत्व वाली कमलनाथ सरकार ने रोक लगा दी है। इसके बाद प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी बीजेपी ने इस पर हंगामा कर दिया है। बीजेपी ने सत्ताधारी कांग्रेस की देशभक्ति पर सवाल उठाते हुए पूछा कि कांग्रेस अपने शासनकाल में प्रदेश में भारत माता की जय बोलने पर भी तो रोक नहीं लगा देगी।
पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता शिवराज सिंह चौहान ने इस मामले पर ट्वीट करते हुए कहा, अगर कांग्रेस को राष्ट्र गीत के शब्द नहीं आते हैं या फिर राष्ट्र गीत को गाने में शर्म आती है, तो मुझे बता दें। हर महीने की पहली तारीख को वल्लभ भवन (सचिवालय) के प्रांगण में जनता के साथ वंदे मातरम मैं गाऊंगा।
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