जानिए, मध्य प्रदेश का वो विधायक जिसकी संपत्ति 5 साल में बढ़ी 105 करोड़
भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 में एक बार फिर किस्मत आजमा रहे 167 विधायकों की औसत संपत्ति में करीब पौने चार करोड़ रुपए की वृद्धि हुई है। इनमें सबसे अमीर विधायक मंत्री हैं- संजय सत्येंद्र पाठक। इनके पास कुल- 226 करोड़ की संपत्ति है। संजय सत्येंद्र पाठक ने 2013 में कुल 121 करोड़ रुपए की संपत्ति बताई थी। इस हिसाब से पांच साल में उनकी संपत्ति करीब 105 करोड़ रुपए बढ़ गई। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की रिपोर्ट के मुताबिक, संजय सत्योंद्र पाठक ने शपथ पत्र में अपनी सालाना आय ढाई करोड़ रुपए बताई है।
सिरमौर से भाजपा प्रत्याशी दिव्यराज सिंह की संपत्ति 1397 प्रतिशत बढ़ी
सबसे अमीर विधायक मंत्री के बारे में जानने के बाद अब हम आपको बताते हैं कि सबसे ज्यादा संपत्ति आखिर किसकी बढ़ी है। इनका नाम है- दिव्यराज सिंह, जो सिरमौर से भाजपा के उम्मीदवार हैं। इनकी संपत्ति 1397 प्रतिशत बढ़ी है। 2013 मे इनकी संपत्ति चार करोड़ रुपए थी, जो अब 2018 में 62 करोड़ तक पहुंच गई है। इसी प्रकार से मंत्री रहे दीपक जोशी की संपत्ति 596 प्रतिशत बढ़ी है। एडीआर की रिपोर्ट 2013 में दोबारा चुनाव लड़ने वाले विधायकों की औसत संपत्ति 5.15 करोड़ थी, जबकि 2018 में यह बढ़कर 8.79 करोड़ हो गई है।
बांधवगढ़ से भाजपा विधायक की संपत्ति में आई कमी
विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमा रहे ज्यादातर विधायकों की संपत्ति बढ़ी है, लेकिन कुछ ऐसे भी हैं, जिनकी संपत्ति कम हुई है। बांधवगढ़ से भाजपा विधायक शिव नारायण सिंह की संपत्ति एक वर्ष में साढ़े चार करोड़ कम हो गई है। इन्होंने 2017 उपचुनाव में कुल संपत्ति 5 करोड़ घोषित की थी, लेकिन 2018 विधानसभा चुनाव में दाखिल शपथ पत्र में संपत्ति 51 लाख रुपए कम बताई है।
सुदेश राय की संपत्ति 564 प्रतिशत बढ़ी
2018 में एक बार फिर किस्मत आजमा रहे उम्मीदवारों में दिव्यराज सिंह, दीपक जोशी, संजय सत्येंद्र पाठक के अलावा कई और नेता हैं, जिनकी संपत्ति में काफी इजाफा हुआ है। इनमें सीहोर से भाजपा प्रत्याशी सुदेश राय का भी शामिल है, जिनकी संपत्ति 2013 में 10 करोड़ थी, लेकिन 2018 में करीब 564 प्रतिशत बढ़कर 67 करोड़ हो गई। तेंदूखेड़ा से कांग्रेस प्रत्याशी संजय शर्मा की संपत्ति 2013 में 65 करोड़ी थी, जो 2018 में बढ़कर 100 करोड़ हो गई। दमोह से भाजपा प्रत्याशी जयंत मलैया की संपत्ति 13 करोड़ से बढ़कर 130 करोड़ हो गई है।
कांग्रेस प्रत्याशियों के खिलाफ सबसे ज्यादा आपराधिक मामले
एडीआर के अध्ययन में गंभीर अपराध से जुड़े कुछ आंकड़े भी सामने आए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, 2494 प्रत्याशियों में से 407 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। करीब 11 प्रतिशत यानी 295 उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज होने की जानकारी दी है। आपराधिक केसों के मामले में नंबर- एक पर कांग्रेस के प्रत्याशी हैं। कांग्रेस 108 प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं, इनमें 55 के खिलाफ बेहद गंभीर क्रिमिनल केस हैं। वहीं, भाजपा के 65 प्रत्याशियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जबकि 38 के खिलाफ गंभीर केस चल रहे हैं। इनमें 16 उम्मीदवारों ने खुद पर हत्या के केस चलने के बारे में जानकारी दी है।