मध्य प्रदेश: नायब तहसीलदार ने मांगी 25 हजार की रिश्वत, शख्स ने लाकर खड़ी कर दी अपनी भैंस
भोपाल। मध्य प्रदेश के विदिशा के सिरोंज में एक दिलचस्प मामला सामने आया है। आरोप है कि एक नायब तहसीलदार ने गरीब किसान से रिश्वत के तौर पर 25 हजार रु की मांग की थी, कर्ज में लदे किसान के पास देने को कुछ नहीं था तो उसने तहसीलदार के कार से अपनी भैंस ही बांध दी। किसान भूपेंद्र अपनी जमीन बंटवारे को लेकर कई महीनों से परेशान बताया जा रहा है।
नायब तहसीलदार पर 25 हजार रु घूस मांगने का आरोप
नायब तहसीलदार द्वारा कथित तौर पर रिश्वत मांगे जाने पर उसने एसडीएम को एक शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया, 'पिछले सात महीने से पिता की जमीन मेरे नाम बंटवारा कराने को लेकर तहसील के चक्कर लगा रहा हूं, मेरे पिता अभी जीवित हैं, उनके सामने अधिकारी ईमानदारी से बंटवारा कर देते तो उचित होगा। मेरे पास धन की कमी है और इसलिए अपनी भैंस नायब तहसीलदार सिद्धांत सिंघल को देकर जा रहा हूं, इसे बेचकर अपने धन की पूर्ति कर लें।'
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नायब तहसीलदार की कार से बांध दी भैंस
इस आवेदन की एक प्रति किसान ने विदिशा कलेक्टर को भी भेजी है। भूपेंद्र का कहना है कि 6 महीने से परिवार की जमीन के मामले में नायब तहसीलदार के पास जा रहे हैं लेकिन वे काम करने से मना कर रहे हैं और पैसे मांग रहे हैं। मेरे पास भैंस ही सबसे ज्यादा कीमती है, इसलिए नायब तहसीलदार को वही दे दी। हालांकि, भूपेंद्र के आरोपों को नायब तहसीलदार ने खारिज किया है।
आरोपों को नायब तहसीलदार ने बेबुनियाद बताया
वहीं, ये मामला सामने आया तो सोशल मीडिया पर लोगों ने मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार की आलोचना करनी शुरू कर दी। लोगों ने कार से बंधी भैंस की फोटो के साथ ट्वीट कर सरकार से सवाल किए। अपने ऊपर लगे आरोपों को नायब तहसीलदार ने बेबुनियाद बताया है। जबकि इस मामले में जिला कलेक्टर कौशलेंद्र सिंह ने बताया कि मामले की जांच सिरोंज एसडीएम संजय जैन को सौंपी गई है है और जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।