CAA-NRC पर घमासान: भोपाल में अल्पसंख्यक मोर्चे के 48 सदस्यों ने छोड़ी भाजपा
भोपाल। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश के कई राज्यों में अभी भी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। वहीं, इस कानून का विरोध करने वालों में बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चे के नेता भी शामिल हो गए हैं। मध्य प्रदेश के भोपाल में नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने वाले 48 कार्यकर्ताओं ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया है। इनका आरोप है कि पार्टी के कई नेता विशेष समुदाय के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी कर रहे हैं।
बीजेपी से इस्तीफा देने वाले आदिल खान ने एक अखबार से बात करते हुए कि क्या आपने देखा है कि संसद में एक कानून पास करने के बाद घर-घर जाकर लोगों से समर्थन मांगा जा रहा हो। अल्पसंख्यक मोर्चे के भोपाल जिला उपाध्यक्ष आदिल खान सहित 48 कार्यकर्ताओं ने सीएए और प्रस्तावित एनआरसी का विरोध करते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
बीजेपी छोड़ने वाले इन सदस्यों ने राज्य के अल्पसंख्यक प्रमुख को भी लिखा कि पार्टी ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी और अटल बिहारी वाजपेयी के सिद्धांतों का पालन किया था, भेदभाव नहीं किया और अल्पसंख्यकों सहित सभी को साथ लिया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पार्टी छोड़ने वाले नेताओं ने यह भी आरोप लगाया है कि पार्टी में कोई लोकतंत्र नहीं बचा था, पूरी पार्टी पर दो-तीन लोगों ने कब्जा जमा लिया है।
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मसाजिद कमेटी के पूर्व अध्यक्ष एवं मध्य प्रदेश मदरसा बोर्ड के पूर्व सदस्य अब्दुल हकीम कुरैशी ने भी बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है कि इन्होंने भी नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी का विरोध करते हुए इस्तीफा दिया है।
हालांकि, बीजेपी ने इन आरोपों को खारिज किया है और कहा है कि कांग्रेस-वामदल इन लोगों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं। बीजेपी का कहना है कि वामदल और इस समुदाय के कुछ नेता इन लोगों को नागरिकता संशोधन कानून पर गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस पर भी इसी तरह के आरोप लगाए। बता दें कि पिछले कई दिनों से नागरिकता संशोधन कानून को लेकर कई राज्यों में प्रदर्शन हो रहे हैं। कांंग्रेस सहित तमाम विपक्षी दल इस कानून का जमकर विरोध कर रहे हैं।