प्रोफेसर के सस्पेंशन पर मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने लगाई रोक, की थी बीजेपी को 300 सीटों की भविष्यवाणी
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित विक्रम विश्वविद्यालय में प्रोफेसर राजेश्वर शास्त्री मुसलगांवकर के सस्पेंशन पर हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है। दरअसल, राजेश्वर शास्त्री मुसलगांवकर ने ऐसा दावा किया था कि लोकसभा चुनाव में भाजपा अकेले दम पर 300 सीटों पर जीत दर्ज करेगी और एनडीए 300 के पार जाएगी। इसके बाद राजेश्वर शास्त्री को सस्पेंड कर दिया गया था।
कोर्ट ने निलंबन पर लगाई रोक
मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के जस्टिस विवेक रुसिया ने राजेश्वर शास्त्री मुसलगांवकर के सस्पेंशन पर रोक लगाकर कमलनाथ सरकार को झटका दिया है। इस मामले में हाईकोर्ट ने हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट और विक्रम यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार को नोटिस जारी किया है, जबकि एमपी के चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर और उज्जैन के डिस्ट्रिक्ट रिटर्निंग ऑफिसर को भी नोटिस भेजा है।
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बीजेपी की प्रचंड जीत का दावा करने पर हुए थे सस्पेंड
बता दें कि लेक्चरर के वकील कुलदीप पाठक ने हाईकोर्ट की इंदौर बेंच के समक्ष लेक्चरर के सस्पेंशन को चुनौती देते हुए याचिका दायर की थी। मुसलगांवकर ने 28 अप्रैल को फेसबुक पर यह पोस्ट साझा की थी, जिसमें कहा गया था कि भाजपा को 300 सीटों पर जीत मिलेगी जबकि एनडीए 300 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज करेगा। कांग्रेस के एक कार्यकर्ता ने आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए इस मामले में उनकी शिकायत की थी।
बाद में हटा लिया था पोस्ट
हालांकि निलंबन के बाद मुसलगांवकर ने अपनी पोस्ट पर सार्वजनिक तौर पर माफी मांगी और पोस्ट को हटा लिया। उन्होंने लिखा कि मेरे द्वारा ज्योतिषीय आंकनल मात्र शास्त्रीय प्रचार की दृष्टि से किया या था, अगर इससे किसी की भावना आहत होती है तो मैं क्षमा मांगता हूं। लेकिन इस सस्पेंशन को लेकर काफी विवाद हुआ था। बीजेपी भी प्रोफेसर के समर्थन में उतर आई थी और कमलनाथ सरकार को आड़े हाथों लिया था।
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