'धर्म की रक्षा के लिए 4 बच्चे पैदा करें जैन समुदाय के लोग', मुनि ने दी अजीबोगरीब सलाह
जैन समुदाय के एक मुनि ने अजीबोगरीब बयान दिया है। जैन मुनि आचार्य निर्भय सागर ने धर्म की रक्षा के लिए समुदाय के लोगों से कम से कम 4 बच्चे पैदा करने को कहा है। मुनि आचार्य निर्भय सागर ने कहा कि अगर लोगों ने चार बच्चे नहीं पैदा किए तो अगले 100 सालों के बाद धर्म नहीं बचेगा।
भोपाल। जैन समुदाय के एक मुनि ने अजीबोगरीब बयान दिया है। जैन मुनि आचार्य निर्भय सागर ने धर्म की रक्षा के लिए समुदाय के लोगों से कम से कम 4 बच्चे पैदा करने को कहा है। मुनि आचार्य निर्भय सागर ने कहा कि अगर लोगों ने चार बच्चे नहीं पैदा किए तो अगले 100 सालों के बाद धर्म नहीं बचेगा। एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि अभी समुदाय की जनसंख्या 50 लाख है, अगर दो बच्चे प्रति परिवार चलता रहा तो अगले 50 सालों में जैन समुदाय की जनसंख्या काफी कम हो जाएगी।
'पैदा करें 4 बच्चे वरना खत्म हो जाएगा धर्म'
मध्य प्रदेश विधानसभा परिसर में रविवार को आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए जैन मुनि आचार्य निर्भय सागर ने सभी को चार बच्चे पैदा करने की सलाह दी। इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक उन्होंने कहा, 'समुदाय की अभी जनसंख्या 50 लाख है। अगर हर परिवार में दो बच्चे पैदा होते हैं तो अगले 50 सालों में जनसंख्या 25 लाख रह जाएगी। वहीं आने वाले 40 सालों में ये केवल 6 लाख रह जाएगी।' जैन मुनि ने कहा कि आप मंदिर तो बना देंगे, लेकिन धर्म की पूजा करने के लिए लोग नहीं बचेंगे।
लड़कियों की शादी को लेकर कही ये बात
जैन मुनि ने सरकार से 25 साल से कम उम्र की महिलाओं द्वारा अंतर-जातीय शादी की अनुमति नहीं देने को लेकर कानून बनाने को कहा है। जैन लीडर पंकज प्रधान ने कहा कि जब अभिभावक लड़की के लिए रिश्ता तय करते हैं तो वो 18 साल की उम्र में शादी कर सकती है, लेकिन तब नहीं जब वो खुद लड़का ढूंढकर लाए। वहां मौजूद लोगों से इसपर हाथ खड़ा कर वोटिंग करवाई गई।
कार्यक्रम में शामिल हुए 3 हजार लोग
जैन मुनि ने 'सामुहिक क्षमावाणी' में बोल रहे थे, जिसमें 3,000 से ज्यादा लोग शामिल हुए थे। इस कार्यक्रम का आयोजन आमतौर पर मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित किया जाता है। फिल्हाल भारत में 41 लाख लोग जैन धर्म को मानते हैं, जो देश की जनसंख्या का 0.4 फीसदी है। मध्य प्रदेश में 5.67 लाख जैन रहते हैं। वहीं महाराष्ट्र में 14 लाख, राजस्थान में 6.22 लाख और गुजरात में 5.79 लाख जैन लोग रहते हैं।
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