SC-ST एक्ट का विरोध: मध्य प्रदेश में सवर्णों का ऐलान, किसी भी दल को नहीं देंगे वोट
भोपाल। मध्य प्रदेश में सवर्णों द्वारा एससी-एसटी एक्ट का विरोध किया जा रहा है। मंगलवार को ग्वालियर में एससी-एसटी-एक्ट के विरोध में हुए सम्मलेन के दौरान कई संगठनों के साथ-साथ करणी सेना भी मौजूद रही। सवर्णों ने ऐलान किया कि वो किसी भी दल को वोट नहीं देंगे और ना ही वो किसी पार्टी के नेता को इलाके में आने देंगे। वहीं, मध्य प्रदेश के कई इलाकों में एससी-एसटी एक्ट के खिलाफ जारी विरोध को देखते हुए धारा 144 लगा दी गई है।
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एससी-एसटी एक्ट के खिलाफ कई सवर्ण संगठन सड़कों पर उतर रहे हैं और वो मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार के लिए परेशानियों का सबब बनते जा रहे हैं। जबकि शिवराज सरकार ने लोगों ने शांति बनाए रखने की अपील की है। इधर, सवर्ण संगठनों ने राज्य में 6 सितंबर को बंद बुलाया है जिसे देखते हुए कई इलाकों में धारा 144 लगा दी गई है और सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है।
सवर्ण संगठनों का कहना है कि एससी-एसटी एक्ट में बदलाव से समाज में आपसी वैमनस्य बढ़ेगा। सवर्णों में एससी-एसटी एक्ट को लेकर गुस्सा बढ़ रहा है। जबकि सवर्णों की नाराजगी को देखते हुए बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कई मंत्रियों के साथ बैठक भी की। बता दें कि बीजेपी सरकार ने एससी-एसटी एक्ट में संशोधन कर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलट दिया था जिसके बाद से ही सवर्ण संगठन इसका विरोध कर रहे हैं।
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