मध्य प्रदेश: VHP नेता युवराज सिंह हत्याकांड में 4 गिरफ्तार
भोपाल। मध्यप्रदेश के मंदसौर में हुए विश्व हिंदू परिषद के नेता युवराज सिंह हत्याकांड में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिले के पुलिस अधीक्षक हितेश चौधरी ने बताया कि छोटू उर्फ फैजान, अंकित तवर और नागेश लाला को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि अनिल को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था। इस मामले में सुनील और अनीस के साथ दीपक और एक संगठन (बजरंग दल) के सदस्य विक्की गौसर की तलाश है।
हत्या के मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस ने शनिवार को इस बाबत प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि हत्या की साजिश और किसी ने नहीं, बल्कि विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के नगर संयोजक विक्की गोसर तथा उसके साथी दीपक तंवर ने ही रची थी।
3 शूटर और रेकी का आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि युवराज हत्याकांड में शामिल तीन शूटर सहित उसकी रेकी करने वाले एक युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक हितेश चौधरी ने बताया कि हत्याकांड की साजिश एक महीने पहले ही अलावदा खेड़ी में रची गई थी। षड्यंत्रकारी विक्की उर्फ हेमंत गोसर तथा उसके साथी दीपक तंवर ने अपने साथियों के साथ मिलकर युवराज को मौत के घाट उतारने की साजिश रची थी। दीपक तंवर और विकी गोसर को यह भी आशंका थी कि युवराज सिंह चौहान कहीं दीपक तंवर की हत्या ना कर दे, इसलिए आरोपियों ने इस वारदात को अंजाम दिया।
पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल किया गया वाहन और हथियार भी जब्त कर लिया है। हितेश चौधरी ने बताया कि युवराज हत्याकांड में बजरंगदल और विश्व हिन्दू परिषद नगर संयोजक विक्की उर्फ हेमंत गोसर और उसका साथी दीपक तंवर मुख्य षड्यंत्रकारी है। पुलिस ने तीन शूटरों फैजान, अंकित, नागेश और मृतक की रेकी करने वाला अनिल दरिंग को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं मुख्य आरोपी विक्की उर्फ हेमंत गोसर, दीपक तंवर और उसके दो अन्य साथी फरार हैं।
पुरानी रंजिश भी एक वजह
पुलिस ने मामले के पीछे दोनों पक्षों के बीच एक साल पुरानी रंजिश की बात भी कही है। बताया गया कि पिछले साल शहर में सोनू गोस्वामी हत्याकांड काफी चर्चा में रहा था। आरोपियों को आशंका थी कि सोनू की हत्या में युवराज का हाथ था। इसको लेकर साल 2019 में दोनों पक्षों में मारपीट भी हुई थी, जिसका केस सिटी कोतवाली में दर्ज है। इसके अलावा दोनों पक्षों के बीच केबल नेटवर्क कारोबार को लेकर भी तनातनी रही है। पुलिस को आशंका है कि लंबे समय से चली आ रही दुश्मनी का परिणाम युवराज सिंह चौहान की हत्या के साथ खत्म हुआ। युवराज सिंह चौहान ने कुछ दिन पहले मछली का ठेका लिया था। वहीं टोल नाके पर सिक्योरिटी का ठेका भी उसके ही पास था। इन सारे कारोबारों की वजह से दोनों पक्षों के बीच की दुश्मनी गहराती चली गई।