MP किसान कर्जमाफी: किसी के 25 तो किसी के 30 रुपये माफ, जिसने ऋण नहीं लिया उनका भी लिस्ट में नाम
भोपाल। मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने सत्ता में आने से पहले किसानों के कर्ज माफी का वादा किया था, जिसकी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। किसानों का कर्ज माफ करने के लिए राज्य में कांग्रेस सरकार ने किसानों को आवेदन भरने के लिए कहा है। हालांकि, कर्जमाफी की प्रक्रिया फिलहाल शुरू ही हुई है, लेकिन इस पर अब सवाल खड़े हो रहे हैं। प्रशासन की लापरवाही कहे या सरकार की हड़बड़ी, लेकिन मध्यप्रदेश में कर्जमाफी के जो मामले सामने आ रहे हैं, वह हैरान करने वाले हैं। ताजा मामला राज्य के सागर क्षेत्र का है, जहां उन किसानों का भी नाम कर्जमाफी की लिस्ट में आया है, जिन्होंने कभी कर्ज ही नहीं लिया था।
मध्य प्रदेश के सागर के किसानों का आरोप है कि उन्होंने बैंक से कभी कर्ज लिया ही नहीं, लेकिन उसके बाद भी उनका नाम कर्जमाफी की लिस्ट में आया है। कर्ज न लेने के बाद भी कर्जमाफी की लिस्ट में नाम आने से किसान हैरान है। किसानों ने जब आरोप लगाया, तो सागर जिले के सेंट्रल कॉओपरेटिव कमेटी मैनेजर ने कहा, 'हम बैंक मैनेजर से सूचना इकट्ठा कर रहे हैं। अगर किसी ने गलती की है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।'
एक और हैरान करने वाला मामला कर्जमाफी के दौरान मध्य प्रदेश में देखने को मिला है। कर्जदार किसानों की सूची में राज्य के पूर्व कृषि मंत्री डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया का नाम भी शामिल है। बैंक ने उनके नाम से करीब 1.61 लाख रुपए का कर्ज बकाया बताया। हालांकि डॉ. कुसमारिया ने कर्जमाफी के लिए आवेदन नहीं किया है।
वहीं, मध्यप्रदेश खुरगोन में भी किसानों ने कर्जमाफी की लिस्ट देखी तो सब हैरान रह गए। इस लिस्ट को देखकर लाखों रुपये के कर्ज में डूबे किसान दंग रह गए, जब उनका केवल 25 से 30 रुपये का कर्ज माफ हुआ। राज्य के कई जगहों पर इस प्रकार के हैरान करने वाले मामले सामने आ रहे हैं।