मध्य प्रदेश में गूंजे यूपी के नेताओं के भाषण, दिलचस्प हुई चुनावी जंग
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार थम चुका है और प्रदेश की 230 सीटों पर 28 तारीख को होने वाले मतदान की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। चुनाव प्रचार की बात करें तो मध्य प्रदेश में पिछले एक महीने से कई दिग्गजों ने डेरा जमाया था। सपा, बसपा, भाजपा और कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं ने ढेरों सभाओं और रैलियों के जरिए अपने-अपने पार्टी के प्रत्याशी के लिए वोट मांगने का काम किया।
मध्य प्रदेश में गूंंजे यूपी के नेताओं के भाषण
राजनीतिक दलों ने उन चेहरों पर अधिक भरोसा जताया जिनका खासा सामाजिक प्रभाव है और जो चुनाव प्रबंधन में माहिर माने जाते हैं। सत्ताधारी दल बीजेपी के लिए सूबे में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई जनसभाएं की। उन्होंने राज्य के लगभग हर क्षेत्र में बीजेपी के लिए जनसभाएं कीं। सामाजिक समीकरणों को साधने के लिए यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी प्रचार किया। जबकि एसपीएस बघेल ने भी ग्वालियर, भिंड, दतिया व मुरैना में जनसंपर्क अभियान चलाया।
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बीजेपी ने यूपी के कई नेताओं को प्रचार के लिए उतारा
झांसी से सांसद उमा भारती मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री भी रह चुकी हैं और उन्होंने पूरे राज्य में प्रचार किया। यूपी के परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह खासे सक्रिय नजर आए और उन्होंने पूरे ग्वालियर संभाग के ही चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारी ली है। इसके अलावा गौरव भाटिया, अशोक कटारिया और शलभमणि त्रिपाठी ने भी बीजेपी के लिए कैंपेन किया।
अखिलेश-मायावती ने भी दिखाया दम
इसी प्रकार उत्तर प्रदेश में प्रमुख विपक्षी दल और मध्य प्रदेश में अपनी किस्मत आजमा रही समाजवादी पार्टी के कई नेता भी सूबे में जनसंपर्क अभियान के दौरान दिखाई दिए। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने उम्मीदवार के लिए कई सभाएं कीं। जबकि बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी अपने उम्मीदवारों के लिए रैलियों और जनसभाओं के जरिए समर्थन जुटाने का प्रयास किया।