राहुल के फैसले से पहले ही भोपाल में लगे कमलनाथ के सीएम बनने के होर्डिंग, सिंधिया के समर्थक भी मैदान में
राहुल के फैसले से पहले ही भोपाल में लगे कमलनाथ को सीएम बनने की बधाई के होर्डिंग, सिंधिया के समर्थक भी मैदान में
भोपाल। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के पद को लेकर दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान लगातार बैठकें कर रहा है। आलाकमान से इस पर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है लेकिन भोपाल में समर्थकों ने कमलनाथ के मुख्यमंत्री बन जाने का ऐलान कर दिया है। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कांग्रेस दफ्तर के बाहर लगे बड़े होर्डिंग्स में कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनने की बधाई दी गई है। वहीं इस पद के लिए उनके प्रतिद्वंदी ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक भी उनके आदमकद पोस्टरों के साथ भोपाल में कांग्रेस दफ्तर के बाहर जमा हैं।
सिंधिया-कमलनाथ में जोर-आजमाइश
बताया जा रहा है कि सिंधिया और कमलनाथ में सीएम पद को लेकर जबरदस्त जोर-आजमाइश चल रही है, जिसके चलते आलाकमान को भी सीएम के नाम पर मुहर लगाने में दिक्कत पेश आ रही है। सिंधिया और कमलनाथ दोनों दिल्ली में हैं। कांग्रेस अध्यक्ष की लगातार पार्टी नेताओं से बैठकें चल रही हैं।
मध्य प्रदेश: कांग्रेस विधायक नहीं चुन पाए अपना नेता, राहुल पर छोड़ा सीएम का फैसला
राहुल गांधी पर सीएम चुनने की जिम्मेदारी
बुधवार को भोपाल में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में प्रस्ताव पास किया गया छा कि पार्टी आलाकमान ही सीएम पर फैसला करे। विधायक दल के नेता के चयन के लिए नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में प्रस्ताव पारित कर पार्टी हाइकमान को नेता चुनने की जिम्मेदारी सौंप दी गई। जिसके बाद आलाकमान पर ही सीएम चुनने का भार है।
कांग्रेस के पास है बहुमत का आंकड़ा
इससे पहले मध्य प्रदेश में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात कर अपने 121 विधायकों की सूची सौंपी। मध्य प्रदेश में कांग्रेस नेताओं को बसपा के दो, सपा के एक और चार निर्दलीय विधायकों को भी समर्थन मिला है। जिससे पार्टी ने बहुमत के लिए जरूरी 116 का आंकड़ा पार कर लिया है।
मध्यप्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस को 114, भाजपा को 109, बसपा को दो, सपा को एक और निर्दलीय विधायकों को चार सीटों पर जीत मिली है। राज्य में बहुमत के लिए 116 का आंकड़ा चाहिए। कांग्रेस के पास 114 सीटें हैं और 7 अन्य से समर्थन मिला है।