मध्य प्रदेश के संकट पर दिग्विजय सिंह का बड़ा दावा- फ्लोर टेस्ट के दौरान दिखेंगे हैरान करने वाले नतीजे
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर मंडरा रहे संकट के बादल अभी छंटते नहीं दिखाई दे रहे हैं। कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी से इस्तीफा देने के बाद भाजपा का दामन थाम लिया। जबकि सिंधिया के नक्शे-कदम पर चलते हुए 22 विधायकों ने इस्तीफा देकर कमलनाथ सरकार की राह मुश्किल कर दी है। एक तरफ कांग्रेस नाराज विधायकों को मनाने की कोशिश में है, जबकि दूसरी तरफ अन्य विधायकों को भोपाल से जयपुर शिफ्ट किया जा चुका है। वहीं, मध्य प्रदेश की राजनीति में मची उथल-पुथल पर राज्य के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह का बयान आया है।
सिंधिया के इस्तीफे की उम्मीद नहीं कर रहा था- दिग्विजय
इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में दिग्विजय सिंह ने कहा कि वे ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे की उम्मीद नहीं कर रहे थे। दिग्विजय सिंह ने कहा, 'मुझे दुख होता है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने पिता की जयंती के दिन ऐसा किया है। खासतौर से मुझे इससे बहुत दु:ख पहुंचा है क्योंकि अर्जुन सिंह और संजय गांधी के साथ मिलकर मैंने माधवराव सिंधिया को कांग्रेस में लाने में भूमिका निभाई जब उनकी मां जनसंघ के साथ मजबूती से खड़ी थीं। कांग्रेस ने दोनों सिंधिया नेताओं को बहुत सम्मान दिया और उन्हें मंत्री पद दिए। इसलिए मुझे बहुत दुख होता है। वह हम में से एक रहे हैं।'
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राज्यसभा के लिए उनको किसने मना किया था- दिग्विजय सिंह
दिग्विजय सिंह से पूछा गया कि क्या राज्यसभा के लिए मना करना सिंधिया के पार्टी छोड़ने की वजह थी? इसपर पूर्व सीएम ने इन खबरों को खारिज करते हुए कहा, 'उन्हें किसने मना किया था। हम लोग राज्यसभा के लिए उनके पक्ष में थे। हम उन्हें पीसीसी अध्यक्ष नियुक्त करने और यहां तक कि उन्हें मध्य प्रदेश का उप मुख्यमंत्री बनाने का भी विकल्प देख रहे थे। मैंने इस बारे में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और महासचिव दीपक बावरिया से भी बात की थी।'
दिग्विजय सिंह ने कमलनाथ की तारीफ की
वहीं, कमलनाथ सरकार पर मंडरा रहे खतरे पर दिग्विजय सिंह ने कहा, 'शायद 18 मार्च को, फ्लोर टेस्ट के दौरान हैरान करने वाले नतीजे सामने आ सकते हैं। इस वक्त मैं इतना ही कह सकता हूं। इस दौरान कमलनाथ ने जो धैर्य और दृढ़ संकल्प दिखाया है, वह काबिले-तारीफ है। बता दें कि बुधवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भाजपा की सदस्यता ले ली। भाजपा की सदस्यता लेने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था, 'मेरे जीवन को बदलने वाली 2 घटनाएं हुई हैं - एक, जिस दिन मैंने अपने पिता को खोया और दूसरा, कल जब मैंने अपने लिए का नया रास्ता चुनने का फैसला किया।' वहीं, उठापटक के बीच भाजपा सिंधिया का गर्मजोशी से स्वागत कर रही है जबकि कांग्रेस लगातार उनपर हमलावर है।