राज्यसभा के लिए नामांकन करने विधानसभा पहुंचे दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य पर कही ये बात
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह गुरुवार को राज्यसभा प्रत्याशी के तौर पर के लिए नामांकन करने विधानसभा पहुंचे हैं। इस दौरान कांग्रेस में चल रही खींचतान पर सिंह ने कहा कि ये उनकी पार्टी का अंदरुनी मामला है। मध्य प्रदेश में तीन राज्यसभा सीटों पर 26 मार्च को चुनाव है। इसके लिए नामांकन की आखिरी तारीख 3 मार्च है। दिग्विजय सिंह इस समय भी राज्यसभा के सांसद हैं।
एक दिन पहले ही कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिय को लेकर दिग्विजय सिंह ने कहा कि हमने उनको राज्यसभा भेजने की बात कही थी लेकिन वो गोडसे को मानने वालों के साथ चले गए। राज्यसभा नामांकन भरने से पहले पीसीसी दफ्तर में दिग्विजय सिंह ने कहा कि ये लड़ाई नेहरू-गांधी और गोडसे की विचारधारा की लड़ाई है। इसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गोडसे को चुना। इस बात का हमें दुख है।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि सिंधिया के कहने पर सैंकड़ों तबादले हुए। मेरे गृह जिले में कलेक्टर-एसपी बदले गए। उनके कहने पर टिकट बांटे गए, उनके विधायक मंत्री बनाए गए और उन्हें अध्यक्ष बनाने में कोई दिक्कत नहीं थी। हमें राज्यसभा भेजने में कोई दिक्कत नहीं थी। सिंधिया को डिप्टी सीएम बनाने का प्रस्ताव भी दिया गया था, वो तुलसी सिलावट को डिप्टी सीएम बनाना चाह रहे थे।
बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के कुछ घंटे के बाद ही पार्टी ने उन्हें राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया है। सिंधिया 13 मार्च यानि शुक्रवार को राज्यसभा के लिए पर्चा दाखिल करेंगे। सिंधिया फिलहाल दिल्ली में भाजपा नेताओं से मिल रहे हैं।
मध्य प्रदेश में राज्यसभा की तीन सीटों पर चुनाव है। कांग्रेस के दिग्विजय सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा और पूर्व केंद्रीय मंत्री सत्यनारायण जटिया का राज्यसभा में कार्यकाल 9 अप्रैल को पूरा हो रहा है। इन तीनों सीटों पर 26 मार्च को चुनाव होना है। एक-एक सीट पर भाजपा और कांग्रेस का जीतना तय है, तीसरी सीट के लिए दोनों पार्टियों में खींचतान है।
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