सिंधिया के बयान पर सीएम कमलनाथ बोले- मैं किसी से नाराज नहीं होता, जो कहना था कह दिया
भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस सरकार के बीच चल रही अंतर्कलह अब खुलकर सबसे सामने आ गई है। पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रदेश सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरने की चेतावनी दी तो अब मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बड़ा बयान दिया है। सीएम कमलनाथ ने मंगलवार को कहा कि मैं किसी से भी नाराज नहीं हूं, मैं जब विपक्ष के नेता और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान से नाराज नहीं होता तो ज्योतिरादित्य सिंधिया से क्यों होउंगा?
गौरतलब है कि कांग्रेस मंध्यप्रदेश में अपने दो शीर्ष नेताओं के बीच तकरार से परेशान है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने चुनाव के दौरान किए गए वादों को लेकर कमलनाथ सरकार पर हमला बोला तो अब सीएम कमलनाथ ने उनको जवाब दिया है। सिंधिया के साथ नाराजगी के सवाल पर उन्होंने शिवराज सिंह चौहान का जिक्र करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया की चेतावनी का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि मैं किसी से नाराज नहीं होता और सिंधिया से भी मुझे कोई शिकायत नहीं है। यहां तक की मैं शिवराज सिंह से नाराज नहीं होता तो सिंधिया से क्यों होउंगा। जब सीएम कमलनाथ से सिंधिया के सड़क पर उतरने वाले बयान पर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मुझे जो कहना था मैंने कह दिया।
ज्योतिरादित्य
सिंधिया
ने
दिया
था
ये
बयान
बीते
शुक्रवार
को
एक
कार्यक्रम
में
ज्योतिरादित्य
सिंधिया
ने
अपनी
ही
सरकार
पर
हमला
बोला
था।
उन्होंने
कहा
था
कि
मेंरे
अतिथि
शिक्षकों
को
मैं
बताना
चाहता
हूं
कि
वह
खुद
को
अलग
ना
समझें।
आपकी
मांग
मैं
चुनाव
के
पहले
से
सुनता
आ
रहा
हूं,
उस
दौरान
भी
मैंने
आपकी
आवाज
उठाई
थी
और
आज
भी
आपको
विश्वास
दिलाना
चाहता
हूं
कि
अगर
मध्य
प्रदेश
की
कांग्रेस
सरकार
घोषणा
पत्र
में
अंकित
बातों
को
पूरा
नहीं
करती
तो
आपके
साथ
ज्योतिरादित्य
सिंधिया
भी
उतरेगा
भी
सड़क
पर
उतरेगा।
उन्होंने
कहा
कि
सरकार
अभी
बनी
हैं
थोड़ा
सब्र
रखने
की
जरूरत
हैं।
हमारी
बारी
भी
आएगी
और
अगर
न
आए
तो
चिंता
मत
करना,
आपकी
ढाल
भी
मैं
बनूंगा
और
आपका
तलवार
भी
मैं
बनूंगा।
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कमलनाथ
के
मंत्री
ने
दी
थी
कर्जमाफी
पर
सफाई
प्रदेश
के
सहकारिता,
संसदीय
कार्य
और
सामान्य
प्रशासन
मंत्री
गोविंद
सिंह
ने
किसान
ऋण
माफ
नहीं
करने
पर
सफाई
दी
थी।
गोविंद
सिंह
ने
एक
जनसभा
में
कहा
था,
राहुल
गांधी
ने
कहा
था
कि
सरकार
बनाने
के
बाद
हम
10
दिनों
में
2
लाख
रुपये
तक
के
किसान
ऋण
माफ
करेंगे,
लेकिन
हम
नहीं
कर
सके।
विपक्ष
का
कहना
है
कि
हमने
आपके
साथ
विश्वासघात
किया
है।
मैं
कहना
चाहता
हूं
कि
स्थिति
कठिन
है
इसलिए
ऋण
माफ
करने
में
देरी
हो
रही
है।'