ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर सीएम कमलनाथ ने तोड़ी चुप्पी, दिया ये बड़ा बयान
कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ विवाद पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चुप्पी तोड़ते हुए एक बड़ा बयान दिया है।
नई दिल्ली। कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ विवाद की खबरों को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चुप्पी तोड़ते हुए एक बड़ा बयान दिया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस की अलग-अलग राज्य इकाइयों में अंदरूनी कलह और ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ विवाद की खबरों को खारिज करते हुए कहा कि इस तरह की छोटी-मोटी बातें तो सभी राजनीतिक दलों में होती है। साथ ही कमलनाथ ने यह भी कहा कि मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया के नाम को लेकर किसी तरह का कोई विवाद नहीं है। आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से ही कमलनाथ राज्य के मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस के मुखिया की डबल जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
'मैं अपने ऊपर काफी भार महसूस करता हूं'
'एनडीटीवी' की खबर के मुताबिक, सीएम कमलनाथ ने कहा, 'दो-दो पदों की जिम्मेदारियां संभालते हुए मैं अपने ऊपर काफी भार महसूस करता हूं और खुले मन से इस विचार के पक्ष में हूं कि प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया पार्टी की कमान संभालें। ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास एक अच्छा अनुभव है, एक बेहतर टीम है, तो फिर वो क्यों नहीं? मैं बस ये चाहता हूं कि कोई भी अध्यक्ष बने, लेकिन ये काम जल्दी हो।' महाराष्ट्र, पंजाब और हरियाणा कांग्रेस में अंदरूनी कलह की खबरों पर कमलनाथ ने कहा कि इस तरह की छोटी-मोटी बातें तो हर जगह होती हैं। ऐसा हर पार्टी में होता है, पार्टी में लोग हैं तो थोड़ी बहुत खींचतान तो होती ही है।
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अध्यक्ष पद को लेकर चल रहा है विवाद
आपको बता दें कि पिछले दिनों मध्य प्रदेश में कांग्रेस के अध्यक्ष पद को लेकर विवाद की खबरें आईं। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद से ही राहुल गांधी के करीबी नेताओं में शुमार ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की मांग उठ रही है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के समय सिंधिया को डिप्टी सीएम बनाए जाने की मांग भी उठी थी। हालांकि कांग्रेस नेतृत्व ने पार्टी में गुटबाजी रोकने के लिए कमलनाथ को ही सीएम और प्रदेश अध्यक्ष की दोहरी जिम्मेदारी दे दी। इसके बाद से ही ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक लगातार उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की मांग कर रहे हैं।
आर्टिकल 370 पर सिंधिया ने किया मोदी सरकार का समर्थन
कांग्रेस में चल रहा विवाद उस समय और गहरा गया जब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने जाने के फैसले पर पार्टी लाइन से अलग हटकर मोदी सरकार का समर्थन किया। उनके बयान को लेकर काफी विवाद हुआ था। वहीं, नेतृत्व के मुद्दे को लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोनिया गांधी से भी गुहार लगाई और कहा कि वो आगे आकर इस मामले को सुलझाएं। पिछले महीने ही सोनिया गांधी ने कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया से अलग-अलग मुलाकात कर मामले पर दोनों का पक्ष जाना। इस बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बाढ़ प्रभावित किसानों को लेकर किए गए राज्य सरकार के राहत उपायों पर भी नाखुशी जाहिर कर अपनी नाराजगी के संकेत दिए।
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