मध्य प्रदेश उपचुनाव: कमलनाथ की चुनाव आयोग को चिट्ठी, भाजपा फिर कर रही विधायक खरीदने की कोशिश
कमलनाथ की चुनाव आयोग को चिट्ठी, भाजपा कर रही विधायक खरीदने की कोशिश
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पू्र्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने आयोग को लिखा है कि भाजपा उपचुनाव से पहले कांग्रेस के विधायकों को लालाच देकर खरीदने की कोशिश में हैं। ऐसे में उन्हें शुब्हा है कि उपचुनाव में भाजपा गड़बड़ कर सकती है। इसलिए आयोग ये सुनिश्चित करे कि उपचुनाव निष्पक्ष हों। एक दिन पहले दमोह से कांग्रेस विधायक राहुल लोधी के विधायकी से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल होने के बाद कमलनाथ ने चिट्ठी लिखी है।
मैंने सौदेबाजी की राजनीति से इंकार किया: कमलनाथ
सोमवार को कमलनाथ ने कहा, भारतीय जनता पार्टी ये जान रही है इस चुनाव के क्या परिणाम आने वाले हैं। 10 नवंबर का उनको इतना डर लग रहा है कि वे फिर से बाजार में चल पड़े हैं। तलाश कर रहे हैं कि जो मिल जाए उसे खरीद लो। मुझे कई विधायकों के फोन आए हैं कि भाजपा उनको फोन कर रही है और कांग्रेस छोड़ने के लिए भारी ऑफर दे रही है। कमलनाथ ने आगे कहा कि मार्च महीने में मैंने सौदेबाजी की राजनीति से इंकार कर दिया था, सौदेबाजी की राजनीति मैं भी कर सकता था लेकिन मैंने नहीं की। आज मैंने चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखी है कि ये चुनाव निष्पक्ष तरीके से होना चाहिए।
28 विधानसभा सीटों पर है उपचुनाव
मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने जा रहे हैं। तीन नवंबर को इन सीटों पर वोट डाले जाएंगे और 10 नवंबर को नतीजों का ऐलान होगा। जिन 28 सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उनमें से 25 सीटें कांग्रेस विधायकों के इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल होने से खाली हुए हैं, वहीं दो सीटें कांग्रेस विधायकों के निधन से और एक सीट बीजेपी विधायक के निधन से रिक्त हुआ है।
विधायकों के इस्तीफे के बाद गिर गई थी कमलनाथ की सरकार
मध्य प्रदेश में 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जीत मिली थी। जिसके बाद पार्टी ने यहां सरकार बनाई थी। इस साल मार्च में कांग्रेस के 22 विधायकों ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस से बागी तेवर आपनाते हुए विधायकी और कांग्रेस से त्यागपत्र दे दिया था और बीजेपी में शामिल हो गए थे। इसके बाद कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गई थी, जिसके बाद कमलनाथ ने 20 मार्च को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद 23 मार्च को शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्य प्रदेश में बीजेपी की सरकार बन गई थी। बाद कांग्रेस के तीन और विधायक भी बीजेपी में शामिल हो गए थे। हाल ही में कांग्रेस विधायक राहुल लोधी भी विधायकी से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए हैं। इन 28 सीटों में जीत-हार से राज्य की सरकार को भी फैसला होना है।
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