मध्य प्रदेश उपचुनाव: चुनाव आयोग ने कमलनाथ का नाम स्टार प्रचारकों से हटाया, अदालत पहुंची कांग्रेस
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश उपचुनाव से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को भारत निर्वाचन आयोग से बड़ा झटका लगा है। आयोग ने आदर्श आचार संहिता के बार-बार उल्लंघन का हवाला देते हुए कांग्रेस नेता कमलनाथ के स्टार प्रचारक का दर्जा रद्द कर दिया है। चुनाव आयोग के इस फैसले के खिलाफ अब कांग्रेस पार्टी ने अदालत का रुख किया है। बता दें कि वर्तमान में मध्य प्रदेश में राज्य विधानसभा के लिए होने वाले उपचुनाव को लेकर प्रचार चल रहा है। इसी सिलसिले में चुनाव आयोग राजनीतिक दलों और उनके नेताओं की बयानबाजी पर कड़ी नजर रखे हुए है, कुछ दिनों पहले कमलनाथ ने कैबिनेट मंत्री इमरती देवी के लिए आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल किया था जिसको लेकर उनकी काफी निंदा हुई थी।
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इमरती देवी को लेकर दिए गए विवादित बयान के बाद चुनाव आयोग ने उन्हें फटकार लगाई थी, साथ ही इलेक्शन कमीशन ने कमलनाथ के टिप्पणी को आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए दोबारा गलती नहीं करने की नसीहत दी थी। हालांकि इसके बावजूद कमलनाथ ने अपने बयानों पर संयम नहीं रखा। शुक्रवार को चुनाव आयोग ने उनसे स्टार प्रचारक का दर्जा छीनते हुए कहा कि उपचुनाव के लिए अब से कुछ भी प्रचार कार्यक्रम किया में हिस्सा लिया तो उसका पूरा खर्च प्रचार कार्यक्रम आयोजित होने वाले विधानसभा क्षेत्र के उम्मीदवार द्वारा वहन किया जाएगा।
28
सीटों
पर
उपचुनाव
मध्य
प्रदेश
की
28
सीटों
पर
हो
रहे
उपचुनाव
में
बस
कुछ
दिन
ही
रह
गए
हैं।
यही
वजह
है
कि
सभी
पार्टियों
के
नेताओं
ने
जोर-शोर
से
प्रचार
में
लगे
हुए
हैं।
जिन
सीटों
पर
चुनाव
होने
हैं
उनमें
ग्वालियर-चंबल
क्षेत्र
की
16
सीटें
ऐसी
हैं
जो
सिंधिया
के
प्रभाव
क्षेत्र
वाली
हैं।
ज्योतिरादित्य
सिंधिया
इसी
क्षेत्र
में
सभा
करने
पहुंचे
थे।
उन्होंने
कहा
कि
भाजपा
वह
पार्टी
है
जिसके
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
के
नेतृत्व
में
राम
मंदिर
का
मार्ग
प्रशस्त
हुआ
है।
इसके
बाद
भीड़
से
जय
सियाराम
के
नारे
लगने
लगे।
इस
पर
सिंधिया
ने
कहा
यहां
जय
जय
सियाराम
के
नारे
लगते
हैं
और
कांग्रेस
में
?
वहां
जय-जय
कमलनाथ
के
नारे
लगते
हैं।
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