मान्यता ने बताया कहां होगा संजय दत्त का इलाज, लोगों से की ये भावुक अपील
नई दिल्ली: बॉलीवुड के लिए साल 2020 काफी बुरा जा रहा है। पिछले तीन महीने में कई दिग्गज कलाकारों का निधन हुआ, तो वहीं अमिताभ बच्चन समेत कई कलाकार बीमार पड़े। एक हफ्ते पहले संजय दत्त को भी सांस लेने में दिक्कत हो रही थी, जिसके बाद उन्हें मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इस दौरान पता चला कि संजय दत्त को फेफड़ों का कैंसर है। जिसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि वो इलाज के लिए विदेश जाएंगे, जिस पर उनकी पत्नी मान्यता दत्त की ओर से अब बयान जारी किया गया है।
...सदैव आपके आभारी
मान्यता ने अपने बयान में कहा कि संजू के प्रशंसकों और शुभचिंतकों ने इतने सालों में उन्हें जो प्यार दिया है, उसके लिए मैं धन्यवाद नहीं दे सकती हूं। उन्होंने जिंदगी में काफी उतार चढ़ाव देखे हैं, हर मुश्किल दौर से गुजरने में आपके प्यार और दुलार ने उनकी काफी मदद की है। इसके लिए हम सदैव आपके आभारी रहेंगे। उन्होने आगे कहा कि हम एक बार फिर परीक्षा से गुजर रहे हैं, उम्मीद है कि इस बार भी आपका प्यार हमारे परिवार को गर्म जोशी से मिलेगा।
कहां होगा इलाज?
मान्यता ने कहा कि एक परिवार के रूप में, हमने सकारात्मकता और ग्रेस के साथ इसका सामना करने का फैसला किया है। हम दोनों मुस्कुराहट के साथ जीवन के संभव तरीके को सामान्य बनाने जा रहे हैं। संजू के लिए हमें यह काम बिना नेगेटिविटी के करना है। उन्होंने कहा कि हर कोई संजय दत्त की बीमारी के बारे में पूछ रहा है। मैं उनसे कहना चाहूंगी कि संजू अपना शुरूआती इलाज मुंबई में ही पूरा करेंगे। कोकिलाबेन अस्पताल के डॉक्टर उनकी देखरेख कर रहे हैं। मैं सभी से हाथ जोड़कर निवेदन करती हूं कि वो डॉक्टरों को अपना काम करने दें और स्टेज को लेकर अनुमान न लगाएं। उनके स्वास्थ्य संबधी अपडेट वो देते रहेंगे।
प्रिया को लेकर कही ये बात
मान्यता के मुताबिक संजू सिर्फ दो बच्चों के पिता ही नहीं है बल्कि उनके ऊपर पूरे परिवार की जिम्मेदारी है। माता-पिता के गुजरने के बाद प्रिया दत्त के पिता भी संजू ही हैं। बीमारी की खबर के बाद से पूरा परिवार हिल गया है, लेकिन हम हारेंगे नहीं, हम दृढ़ता से इस हालात का सामना करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रिया ने परिवार की ओर से संचालित कैंसर फाउंडेशन के साथ दो दशकों में बड़े पैमाने पर काम किया है, उन्होंने अपनी मां को इस बीमारी से भी जूझते हुए देखा है, वे हमारी मशालची हैं, जबकि मैं किले को संभालूंगी।