#MeToo: एमजे अकबर ने कोर्ट में प्रिया रमानी के वकील के सवालोंं पर कहा- मुझे याद नहीं
नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री एम जे अकबर ने शनिवार को कोर्ट के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया। उन्होंने पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ दायर किए गए मानहानि केस में दिल्ली की एक कोर्ट के समक्ष बयान दर्ज कराए। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक प्रिया रमानी के वकील के सवालों पर उन्होंने बार-बार ये जबाव दिया कि उन्हें कुछ याद नहीं है। प्रिया रमानी की वकील ने एमजे अकबर से क्रॉस एग्जामिनेशन करते हुए ये सवाल पूछे।इस मामले की अगली सुनवाई 20 मई को होगी।
एमजे अकबर ने आरोपों को गलत बताया
एम जे अकबर एडिशनल चीफ मेट्रोपोलिटिन मजिस्ट्रेट समर विशाल के सामने पेश हुए। उन्होंने अपने खिलाफ लगे आरोपों को दुर्भावनापूर्ण और मानहानिकारक बताया। पिछले साल अक्टूबर में रमानी के अलावा कई महिलाओं ने पूर्व विदेश राज्य मंत्री (MoS)एमजे अकबर पर यौन दुराचार और शोषण के आरोप लगाए थे। इसके बाद उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था। इसके बाद एमजे अकबर ने प्रिया रमानी के खिलाफ मानहानि का केस दायर किया।
'मुझे याद नहीं है'
रमानी की और से पेश वरिष्ठ वकील रेबका जॉन एम जे अकबर से सवाल पूछे। ये सवाल रमानी के 'द एशियन एज' में काम करने समेत कई अन्य बातों को लेकर थे। अकबर ने ज्यादातर सवालों के जवाब में कहा कि उन्हें याद नहीं है। अदालत में करीब दो घंटे तक सुनवाई चली। इस मामले में अगली सुनवाई 20 मई को होगी।
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रमानी ने दायर की थी याचिका
पिछले महीने प्रिया रमानी ने एमजे अकबर द्वारा दायर किए गए केस में खुद पर से आरोप हटाने के लिए कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। मी टू अभियान के तहत उन्होंने आरोप लगाया था कि 20 साल पहले अकबर ने उनका यौन शोषण किया था। हालांकि अकबर ने खुद पर लगे आरोपों से इनकार किया था। पिछले साल 17 अक्टूबर 2018 को इन आरोपों के चलते अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
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