जावेद अख्तर ने फिल्म इंडस्ट्री में नेपोटिजम को बताया असंभव, ड्रग्स को लेकर कहा- मैंने इस बारे में केवल...
नई दिल्ली। बॉलवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद इंडस्ट्री में नेपोटिजम, गैंगिजम से लेकर ड्रग्स तक पर अपनी प्रतिक्रिया दी। इस दौरान उन्होंने अपने ट्वीट्स और इंटरव्यू के जरिए कई हस्तियों के नाम भी लिए। साथ ही कई अभिनेत्रियों को बी ग्रेड और सी ग्रेड तक कहा। अब इन सब मुद्दों पर मशहूर गीतकार जावेद अख्तर ने बात की है। उन्होंने कंगना पर तंज कसते हुए कहा है कि कुछ लोगों को विरासत और भाई-भतीजावाद में अंतर तक करना नहीं आता है। 75 वर्षीय गीतकार ने हिंदुस्तान टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में ये बातें कही हैं।
आज के गानों से कोई दिक्कत नहीं
कई राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने वाले जावेद अख्तर पिछले पांच दशक से इंडस्ट्री में काम कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बॉलीवुड में गए जा रहे नए गानों से उन्हें कोई परेशानी नहीं है। वह कहते हैं, 'समय की मांग के अनुसार आपको आइटम सॉन्ग की भी जरूरत होती है। मैंने हवा हवाई (मिस्टर इंडिया, 1987) एक दो तीन (तेजाब, 1988) लिखा। वो एक तरह के आइटम सॉन्ग ही थे। अगर आपके पास फिल्म है और पांच आइटम सॉन्ग हैं तो काम नहीं चलेगा। आपके पास सभी तरह के गाने होने चाहिए।'
'नेपोटिजम संभव ही नहीं'
बीते कुछ महीनों से बहुत से आरोपों को लेकर बॉलीवुड इंडस्ट्री काफी सुर्खियों में बनी हुई है। जिनमें सबसे ज्वलंत मुद्दा नेपोटिजम का है। इसपर अख्तर कहते हैं, 'विरासत भाई-भतीजावाद (नेपोटिजम) नहीं हो सकती है। मुझे लगता है कि लोगों को विरासत और नेपोटिजम में कन्फ्यूजन है। फिल्म इंडस्ट्री में नेपोटिजम संभव ही नहीं है क्योंकि आखिर में वो आदमी जो बॉक्स ऑफिस पर टिकट खरीदता है वही वोटर है और वह गलत नहीं हो सकता। ऐसा हो सकता है कि अगर कोई फिल्मी परिवार में पैदा हुआ है तो वह इंडस्ट्री के दरवाजे तक आसानी से आ जाए लेकिन यही सबकुछ नहीं है।'
'ग्रुपिजम और पक्षपात का सामना नहीं किया'
ग्रुपिजम और पक्षपात को लेकर अख्तर ने कहा कि उन्होंने अपने म्यूजिक करियर में कभी इन चीजों का सामना नहीं किया है। वह कहते हैं, 'आपने शंकर-जयकिशन, नौशाद और शकील आदि को देखा। हां, बीआर चोपड़ा जैसे लोग हैं जिन्होंने साहिर को अपना गीतकार बनाया। यश चोपड़ा ने भी साहिर के साथ लंबे समय तक काम किया। यह कंफर्ट लेवल है। जब आप एक-दूसरे के साथ काम करते हैं, तो आपमें समझ की भावना विकसित होती है और आपकी बातचीत पूरी तरह से सम्मानित होती है।'
ड्रग्स को लेकर क्या बोले जावेद अख्तर
वहीं सुशांत सिंह राजपूत केस में ड्रग एंगल सामने आने के बाद एनसीबी ने रिया चक्रवर्ती की गिरफ्तारी की थी। जिसके बाद इंडस्ट्री में ड्रग्स को लेकर काफी चर्चा की जा रही है। इसपर जावेद अख्तर कहते हैं कि ड्रग्स समाज की वर्तमान समस्या है और ये केवल फिल्म इंडस्ट्री में ही नहीं है। अख्तर ने कहा कि उन्होंने केवल ड्रग्स के बारे में सुना है, कभी अपनी आंखों से देखा नहीं है। उन्होंने ये भी सुना है कि ड्रग्स का उपयोग अधिकतर युवा करते हैं और ये केवल बॉलीवुड की ही नहीं बल्कि पूरे समाज की वर्तमान समस्या है। जावेद अख्तर ने कहा कि इस मामले को भी देखा जाना चाहिए, बाकी उन्हें नहीं पता कि क्या वैध है और क्या अवैध है।
कंगना- 99 फीसदी लोग लेते हैं ड्रग्स
आपको बता दें हाल ही में अभिनेत्री कंगना रनौत ने कहा था कि बॉलीवुड में 99 फीसदी लोग ड्रग्स का सेवन करते हैं। उन्होंने कई दिनों तक लगातार ट्वीट करते हुए बताया था कि वह इस मामले में एनसीबी की मदद करने के लिए तैयार हैं। कंगना ने कहा था कि बॉलीवुड के बड़ों घरों की पार्टी में ड्रग्स शुरुआत में मुफ्त में दिया जाता है।
रवि किशन ने संसद में उठाया ड्रग्स का मुद्दा
इसके बाद अभिनेता और भाजपा सांसद रवि किशन ने भी संसद में इंडस्ट्री में ड्रग्स का मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा था कि ड्रग्स की लत फिल्म इंडस्ट्री में भी है। कई लोगों को पकड़ा भी गया है। एनसीबी बहुत अच्छा काम कर रहा है। दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर, सजा देने और पड़ोसी देशों की साजिश के अंत के लिए मैं केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री से सख्त कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं। जिसपर सपा सांसद और अभिनेत्री जया बच्चन ने पलटवार कर कहा कि कुछ लोगों के कारण रवि किशन पूरी इंडस्ट्री को बदनाम कर रहे हैं। उन्होंने इतना तक कह दिया कि कुछ लोग जिस थाली में खाते हैं, उसी में छेद करते हैं।
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