शहीद ले. उमर फैयाज को सेना ने दिया यह सम्मान, 2017 में आतंकियों ने कर दी थी हत्या
नई दिल्ली। नेशनल डिफेंस एकेडमी (एनडीए) में 7 नवंबर को पहली बार कमांडेंट मोटिवेशन अवॉर्ड दिया गया है। इस पहले अवॉर्ड के हकदार बने शहीद लेफ्टिनेंट उमर फैयाज जिनकी शोपियां में आतंकियों ने हत्या कर दी थी। लेफ्टिनेंट फैयाज की मई 2017 में उस समय आतंकियों ने हत्या कर दी थी जिस समय वह अपने रिश्तेदार के घर एक शादी में हिस्सा लेने गए थे। ले. फैयाज के अलावा राजपूताना राइफल्स रेजीमेंट ट्रॉफी और सिल्वर मेडल से एनडीए के 139वें कोर्स के कैडेट विजय बहादुर को सम्मानित किया गया है।
यह भी पढ़ें-MiG-29K का मलबा मिला, पायलट की खबर नहीं
आतंकियों ने कर लिया था किडनैप
साल 2017 में ले. उमर फैयाज को आतंकियों ने किडनैप कर लिया था। ले. फैयाज छुट्टी पर शोपियां के बटपोरा स्थित अपने घर आए थे। 10 मई 2017 को आतंकियों ने उनका अपहरण कर लिया था। इसके बाद उन्हें पड़ोस के गांव हरमैन ले जाया गया और यहीं पर उनकी हत्या कर दी गई। लेफ्टिनेंट फयाज का गोलियों से छलनी शव पुलिस और सेना की सर्च टीम को मिला था। वह अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे और राजपूताना राइफल्स के साथ तैनात थे। ले: फैयाज आज न सिर्फ देश के युवाओं बल्कि कश्मीर के उन तमाम युवाओं के भी आदर्श बन गए हैं जो सेना में जाना चाहते हैं। ले: उमर फैयाज आर्मी गुडविल स्कूल के पढ़े हुए थे।
वर्ष 2012 में उनका सेलेक्शन नेशनल डिफेंस एकेडमी यानी एनडीए के लिए हुआ था। नवंबर 2015 में वह एनडीए से पासआउट हुए और फिर एक साल के लिए इंडियन मिलिट्री एकेडमी गए। सेलेक्शन के समय उनके घर वालों ने गांववालों को यह नहीं बताया कि उनका बेटा अब इंडियन आमीं का हिस्सा बनेगा बल्कि यह कहा कि उमर अब मुंबई में एमबीबीएस की पढ़ाई करेगा। वह हमेशा गांववालों से यही कहते कि उनका बेटा मुंबई में डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहा है। उन्हें डर था कि अगर गांववालों को सच पता लग गया तो फिर आतंकी उन्हें मार डालेंगे। लेफ्टिनेंट फैयाज पर पिछले कई समय से गांव के कुछ लोग नजर रखे हुए थे।