Love Story: यूरोप से ऋषि कपूर ने कश्मीर में नीतू को भेजा टेलीग्राम और कहा-ये सिक्खड़ी बड़ी याद आती है
मुंबई। ऋषि कपूर बॉलीवुड का वह अदाकार जिसने पर्दे पर कई फिल्मों के जरिए न सिर्फ मनोरंजन किया बल्कि कई लव स्टोरीज को बखूबी जिया। 'बॉबी' जैसी सुपर रोमाटिंक फिल्म से बॉलीवुड में आगाज करने वाले ऋषि कपूर के खाते में एक-दो या 10-15 नहीं बल्कि पूरी 92 रोमाटिंक फिल्मों का रिकॉर्ड है। सन् 1973 से लेकर साल 2000 तक उन्होंने 92 ऐसी फिल्मों को किया जिसमें से 36 तो बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रही थीं। न सिर्फ पर्दे पर बल्कि ऋषि ने असल जिंदगी में भी रोमांस को समझा और उसे जीया। ऋषि कपूर की लव स्टोरी टेलीग्राम के दौर में शुरू हुई और आज व्हाट्सएप वाले दौर में भी एक मिसाल बनी हुई है।
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गर्लफ्रेंड का झगड़ा सुलझाती थी नीतू
ऋषि कपूर और नीतू की शादी को करीब 40 साल हो चुके हैं। दोनों की मुलाकात साल 1974 में फिल्म 'जहरीला इंसान' के सेट पर हुई थी और देखते ही ऋषि को नीतू से प्यार हो गया था। ऋषि ने बताया था, 'आज भी मुझे याद है कि कैसे एक बार गर्लफ्रेंड से मेरा झगड़ा हुआ था और उसके बाद मेरा दिल टूट गया था। मैं उसे वापस पाने की कोशिश कर रहा था और मैंने नीतू की मदद से गर्लफ्रेंड को टेलीग्राम लिखा।' ऋषि के मुताबिक 'जैसे-जैसे समय बीतता गया मुझे अहसास होता गया कि नीतू ही मेरे लिए बनी है क्योंकि यूरोप में शूटिंग के दौरान जब वह मेरे आसपास नहीं थी तो मैं उसे बहुत मिस कर रहा था।'
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ऋषि ने कुबूली दिल की बात
ऋषि, यूरोप में शूटिंग कर रहे थे और नीतू कश्मीर में थीं। यूरोप से कश्मीर ऋषि ने टेलीग्राम भेजा जिस पर लिखा था, 'ये सिक्खड़ी बड़ी याद आती है।' दोनों को-स्टार से पहले अच्छे दोस्त बने और फिर पति-पत्नी बनें। गर्लफ्रेंड के बारे में ऋषि को सलाह देने वाली नीतू उनकी पत्नी बनेंगी दोनों ही नहीं जानते थे। करीब पांच साल एक दूसरे को डेट करने के बाद साल 1980 में नीतू और ऋषि ने शादी कर ली। इसके बाद नीतू ने परिवार को समय देने के लिए फिल्मों को अलविदा कह दिया। ऋषि कई इंटरव्यू में कह चुके हैं कि नीतू हमेशा बड़े ही धीरज के साथ उनकी बात सुनती थीं और उन्हें बताती थीं कि अब क्या करना चाहिए। दोनों को साथ में आखिरी बार साल 2013 में आई फिल्म 'बेशर्म' में देखा गया था।
नीतू के साथ मां भेज देती थी कजिन को
ऋषि कपूर ने जब अंतिम सांस ली तो पत्नी नीतू कपूर उनके साथ थीं। ऋषि कपूर के नीतू सिर्फ उनकी जीवनसंगिनी नहीं थी बल्कि एक ऐसा स्तंभ थीं जो हमेशा उन्हें सहारा देता था। 11 माह तक जब ऋषि न्यूयॉर्क में कैंसर का इलाज करा रहे थे तो नीतू ही उनके साथ थीं। साल 2017 में ऋषि कपूर की ऑटोबायाग्राफी 'खुल्लम खुल्ला' रिलीज हुई थी। नीतू और ऋषि की जोड़ी ने 12 फिल्में साथ में कीं जिसमें 'रफूचक्कर, 'कभी कभी', 'अमर अकबर एंथोनी' और ऐसी कई सुपरहिट फिल्में शामिल हैं। ऋषि ने एक इंटरव्यू में कहा था कि अक्सर नीतू की मां उनके एक कजिन को उनके साथ भेज देती थीं। दोनों जब कभी भी डेट पर जाते तो उनका वह कजिन भी साथ होता। नीतू की मां बेटी को लेकर आने वाली अफवाहों से खासी परेशान थीं।
आत्मकथा में नीतू पर लिखा चैप्टर
ऋषि ने अपनी आत्मकथा में पत्नी नीतू पर एक चैप्टर लिखा है जिसका टाइटल है, 'नीतू, माई लीडिंग लेडी।' ऋषि ने किताब में बताया है कि जब कभी दोनों के बीच झगड़ा होता था तो नीतू कितनी शांति से स्थिति को संभाल लेती थीं। कई इंटरव्यू में ऋषि ने इस बात को स्वीकार किया है उनके साथ रहना कोई आसान बात नहीं है। इसी वजह से वह हमेशा नीतू के बारे में कहते थे, 'ये हमेशा मुझे संभाल लेगी।' ऋषि और नीतू दो बच्चों रणबीर कपूर और रीद्धीमा कपूर के माता-पिता हैं।