नीरव मोदी की जमानत याचिका फिर हुई खारिज, 25 जुलाई तक बढ़ाई रिमांड
लंदन। पीएनबी घोटाले का मुख्य आरोपी और भोगड़ा नीरव मोदी की मुश्किलें अब लगातार बढ़ती जा रही हैं। कोर्ट ने नीरव मोदी को अगली सुनवाई तक हिरासत में भेज दिया गया है। नीरव मोदी गुरुवार को लंदन में वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट में वीडियो कान्फ्रेंस के जरिए पेश हुआ। मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने नीरव मोदी की रिमांड 25 जुलाई तक बढ़ा दी है। यह चौथी बार है जब कोर्ट ने नीरव मोदी की बेल खारिज की है। अब 25 जुलाई को इस मामले की अगली सुनवाई होगी।
गुरुवार को नीरव मोदी वीडियो लिंक के माध्यम से लंदन के वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश हुआ। इस दौरान नीरव मोदी के वकीलों ने कोर्ट से एक लैपटॉप की मांग की है। वकीलों ने कहा कि उसके क्लाइंट भारत सरकार की तरफ से लगाए गए 5000 पन्नों के आरोपों को पढ़ना चाहते हैं, इसलिए उन्हें लैपटॉप दी जाए। इस पर जज ने कहा अदालत उसके मामले से संबंधित दस्तावेजों को जेल में ही उसे उपलब्ध कराने के उसके अनुरोध को सुविधाजनक बनाने की कोशिश करेगी।
कोर्ट ने कहा है कि नीरव मोदी के वकील ने 5000 पन्नों की भारत सरकार की दलीलों को एक लैपटॉप के जरिए जेल में पहुंचाया जाएगा जिन्हें वह जेल में इस्तेमाल कर सकता है। बता दें कि,करीब 14000 करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले और धनशोधन मामले में मार्च में अपनी गिरफ्तारी के बाद से दक्षिण-पश्चिमी लंदन की वांड्सवर्थ जेल में बंद है। नीरव के खिलाफ पिछले साल मई और फिर जुलाई में अरेस्ट वॉरंट जारी किया गया था। अगस्त 2018 में प्रर्त्यपण को लेकर ब्रिटिश अथॉरिटी को निवेदन भेजा गया था। जिसके बाद उसे 19 मार्च को स्कॉटलैंड यार्ड पुलिस ने गिरफ्तार किया था
इससे पहले गुरुवार को नीरव को उस समय एक और बड़ा झटका लगा जब, स्विक बैंक ने भारत सरकार के अनुरोध पर नीरव मोदी और उसकी बहन पूर्वी मोदी के चार खातों को फ्रीज कर दिया। बताया जा रहा है कि, इन खातों में लगभग 283 करोड़ रुपए जमा हैं। स्विक बैंक ने ये कार्रवाई भारतीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अनुरोध पर की है।
स्विस बैंक ने नीरव मोदी और उसकी बहन के 4 खाते किए सीज, अकाउंट में थे 283 करोड़ रुपए