अमेठी के बाद वायनाड में भी राहुल गांधी को स्मृति ईरानी ही देंगी टक्कर?
तिरुवनंतपुरम। इन दिनों मीडिया और राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी उत्तर प्रदेश की अमेठी सीट के अलावा केरल की वायनाड सीट से भी लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं, ऐसे में अब खबर आ रही है कि बीजेपी की कद्दावर नेता स्मृति ईरानी, जो कि अमेठी में राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ने जा रही हैं, वो वायनाड में भी राहुल को चुनौती दे सकती हैं।
वायनाड में भी राहुल गांधी को स्मृति ईरानी ही देंगी टक्कर?
मीडिया सूत्रों के हिसाब से भाजपा दक्षिण की इस महत्वपूर्ण सीट पर किसी वरिष्ठ नेता को उतारने जा रही है, हो सकता है कि वो नेता स्मृति ईरानी ही हों। वैसे उम्मीदवार को लेकर बीजेपी और बीजेडीएस (भारत धर्म जन सेना) की माथापच्ची जारी है। राज्य बीजेपी अध्यक्ष श्रीधरन पिल्लई ने बताया, 'अगर कांग्रेस इस सीट को फाइनल करती है तो वायनाड में सीरियस लड़ाई होगी। पार्टी का कोई सीनियर नेता यहां से लड़ेगा।'
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स्मृति ईरानी बनाम राहुल गांधी
गौरतलब है कि अमेठी में लोकसभा चुनाव में एक बार फिर से हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिलने वाला है, केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी एक बार फिर से राहुल गांधी के खिलाफ ताल ठोकने को तैयार हैं, साल 2014 के चुनाव में उन्होंने राहुल गांधी के खिलाफ पहली बार चुनाव लड़ा था, उस साल आम आदमी पार्टी के टिकट पर कवि कुमार विश्वास ने भी चुनाव लड़ा था। लेकिन उनकी जमानत इस चुनाव में जब्त हो गई थी।
स्मृति ईरानी ने दी कड़ी टक्कर
साल 2014 के चुनाव में भले ही राहुल गांधी को यहां से जीत मिली थी। लेकिन ईरानी के मैदान में उतरने से इस सीट पर मुकाबला दिलचस्प हो गया था। साल 2014 के आम चुनाव में राहुल गांधी को 408,651 वोट मिले थे जबकि बी स्मृति ईरानी को 300,74 वोट मिले थे। स्मृति ने इस सीट पर जीत का अंतर कम कर दिया था। राहुल ने ये सीट केवल 1,07,000 वोटों से जीती थी।
गांधी परिवार की परपंरागत सीट
अमेठी संसदीय सीट को कांग्रेस का गढ़ कहा जाता है. इस सीट पर अभी तक 16 लोकसभा चुनाव और 2 उपचुनाव हुए हैं। इनमें से कांग्रेस ने 16 बार जीत दर्ज की है. वहीं साल 1977 के आम चुनाव में लोकदल नेऔर 1998 में बीजेपी को इस सीट पर पहली बार जीत मिली थी।
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