झारखंड: बिरसा मुंडा की धरती पर आदिवासियों ने किया मतदान के बहिष्कार का ऐलान
नई दिल्ली। झारखंड के खूंटी लोकसभा में आदिवासियों की एक बड़ी आबादी ने 6 मई को होने वाले चुनाव के बहिष्कार की बात कही है। पत्थलगढ़ी के करीब 100 गावों ने मतदान के बहिष्कार का ऐलान किया है। इसके पीछे इन लोगों ने अपने अधिकारों के हनन को वजह बताया है।
झारखंड की राजधानी रांची से करीब 50 किलोमीटर दूर खूंटी जिले में 100 से अधिक पत्थलगड़ी गांव हैं यहां आदिवासियों के अपने ही तौर तरीके हैं। ज्यादातर मामलों में वो अपने ही नियमों को मानते हैं। ये खूंटी लोकसभा में आते हैं, खूंटी झारखंड के 14 संसदीय सीटों में से एक है जो आरक्षित है। यहां मुख्य मुकाबला भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा और कांग्रेस के कालीचरण मुंडा के बीच है।
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इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, आदिवासी कह रहे हैं कि वे चुनाव का बहिष्कार करेंगे। यहां लोगों का कहना है कि हमारे अधिकार मुख्यमंत्री रघुबर दास ने छीन लिए हैं। कोई अधिकार नहीं, कोई वोट नहीं। मतदाताओं ने क्या कहा हमारे गांव में कोई सुविधा नहीं है। सरकार ने हमारे लिए कुछ भी नहीं किया। हम भी वोट नहीं करेंगे। बता दें कि यह बिरसा मुंडा की धरती है जिन्होंने 19वीं सदी में अंग्रेजों के खिलाफ कड़ा संघर्ष किया था यहां बिरसा मुंडा को भगवान की तरह पूजा जाता है।
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